UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7 माँ कह एक कहानी (मंजरी)
UP Board Solutions for Class 6 Hindi Chapter 7 माँ कह एक कहानी (मंजरी)
समस्त पद्यांशों की व्याख्या
”माँ कह …………….. यही कहानी।”
संदर्भ – यह पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘माँ कह एक कहानी’ नामक कविता से लिया गया है। इसके रचयिता राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त जी हैं।
प्रसंग – प्रस्तुत पद्यांश में राहुल अपनी माँ से कहानी सुनाने के लिए कह रहा है और माता यशोधरा राहुल को कहामी सुना रही है।
व्याख्या – राहुल अपनी माँ यशोधरा से कहता है- माँ, एक कहानी सुनाओ। राजा या रानी की कहानी सुनाओ। यशोधरा कहती है कि पुत्र तू हठ करता है तो सुन! एक दिन सुबह बगीचे में तुम्हारे पिता घूम रहे थे। वहाँ फूलों की सुगंध चारों ओर फैल रही थी। इतना सुनकर राहुल कह उठता है कि हाँ माँ! मुझे यही कहानी सुनाओ।
”वर्ण – वर्ण ………………………. यही कहानी।”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत्
व्याख्या – रंग- बिरंगे फूल खिले थे और उन पर ओस की बूंदें झिलमिला रही थीं। हवा के हल्के-हल्के झोंके चल रहे थे। तालाबों में पानी लहरा रहा था। हाँ-हाँ, माँ! यही कहानी सुनाओ।
”गाते थे …………………. भरी कहानी।”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत् ।
व्याख्या – पक्षी कल-कल की आवाज करते हुए गा रहे थे, उसी समय अचानक नुकीले तीर से घायल होकर एक हंस नीचे गिरा। उसके पंख घायल हो गए थे। यह कहानी बहुत ही करुणा भरी है।
”चौंक …………. कठिन कहानी।”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत् ।
व्याख्या – चौंककर उन्होंने उस पक्षी को उठा लिया। पक्षी को लगा कि उसने नया जन्म पा लिया हो। थोड़ी ही देर में शिकारीं अपने अचूक निशाने पर खुश होता हुआ आ पहुँचा। उसे अपने लक्ष्य पर बहुत घमण्ड, था। यह कहानी कोमल और कठोर भावनाओं वाली है।
”माँगा उसने ………………. चली कहानी।”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत् ।
व्याख्या – आखेटक ने घायल पक्षी पर अधिकार जताना चाहा, लेकिन तुम्हारे पिता उसकी रक्षा करने वाले थे। तब मांस खाने वाला वह व्यक्ति उसे वापस करने की जिद करने लगा। इस प्रकार कह्मनी आगे बढ़ चली।
”हुआ विवाद ……………… हुई कहानी”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत्।
व्याख्या – दयालु और निर्दय में कहा-सुनी होने लगी। दोनों ही अपने-अपने विषय पर तर्क कर रहे थे। जब बात राज्य के न्यायालय में गई, तब सभी लोगों ने इस कहानी को सुना, जाना और यह कहानी व्यापक हो गई।
”राहुल …………….. रहा कहानी।”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत् ।
व्याख्या – यशोधरा, राहुल से कहती है, बेटा तू ही इसका निर्णय कर कि न्याय किसकी तरफ होना चाहिए। तू निर्भय होकर बता कि जीत किसकी होनी चाहिए। मैं तुम्हारा भी न्याय सुन लँ। राहुल कहता है कि माँ, मैं क्या बोलूं। मैं तो कहानी सुन रहा हूँ।
”कोई निरपराध……………… गुनी कहानी”
संदर्भ एवं प्रसंग – पूर्ववत् ।
व्याख्या – यदि कोई अकारण बिना अपराध के किसी को मारे, तो क्या दूसरे को उसकी रक्षा नहीं करनी चाहिए? मारने वाले से रक्षा करने वाला बहुत महान होता है। न्याय सदैव दया का पक्ष लेता है। इस पर माँ कहती हैं कि तुमने कहानी के मर्म को ठीक से समझा है।
प्रश्न-अभ्यास
कुछ करने को
(क) बानी, कहानी, पानी, नानी, समान, तुक वाले शब्द हैं। इनकी सहायता से चार पंक्ति की एक कविता बनाइए।
नोट – विद्यार्थी स्वयं प्रयास कर कविता बनाएँ।
उदाहरण – अब तक गूंज रही है बानी,
कहती थी यों मेरी नानी
आग लगी और बरसा पानी
सो जा लल्ला, खत्म कहानी।
(ख) विद्यार्थी स्वयं करें।
(ग) विद्यार्थी स्वयं करें।
विचार और कल्पना
प्रश्न 1.
कहानी के अन्त में राहुल जो निर्णय देता है, क्या आप उससे सहमत हैं? यदि आप निर्णय देते तो किसका पक्ष लेते? क्यों?
उत्तर :
हाँ, राहुल ने जो निर्णय दिया है उससे मैं सहमत हूँ। यदि मैं निर्णय देता तो मैं भी रक्षा करने वाले का ही पक्ष लेता क्योंकि किसी की जान बचाना हमारा नैतिक कर्तव्य है।
प्रश्न 2.
पशु-पक्षियों का शिकार करना दण्डनीय अपराध है। आपके विचार में पशु-पक्षियों के शिकार करने की प्रवृत्ति को रोकने के लिए क्या उपाय करना चाहिए?
उत्तर :
पशु-पक्षियों का शिकार करना कानूनन जुर्म है। इसके लिए कानून में सजा का प्रावधान है। लेकिन फिर भी लोगों को कानून का भय नहीं है और वे पशु-पक्षियों को मारते हैं। मेरे विचार से इस प्रवृति को रोकने के लिए और कड़े कानून बनाने चाहिए और उसे कड़ाई के साथ लागू करना चाहिए।
प्रश्न 3.
नोट – विद्यार्थी स्वयं कहानी लिखें।
कविता से
प्रश्न 1.
कहानी सुनाने के बाद माता ने राहुल से क्या प्रश्न किया?
उत्तर :
कहानी सुनाने के बाद माता ने राहुल से न्याय करने को कहा।
प्रश्न 2.
हंस को मारने वाले तथा बचाने वाले के बीच हुए विवाद का निर्णय राहुल ने क्या किया?
उत्तर :
हंस को मारने वाले तथा बचाने वाले के बीच हुए विवाद के निर्णय में राहुल ने कहा कि रक्षक ” भक्षक से महान होता है।
प्रश्न 3.
राहुल के उत्तर से उसके स्वभाव के विषय में क्या पता चलता है?
उत्तर :
राहुल के उत्तर से पता चलता है कि उसका स्वभाव निष्पक्ष, विचारशील और दयाभाव रखने वाला है।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित पद्यांशों के भाव स्पष्ट कीजिए (भाव स्पष्ट करके) –
(क) ”वर्ण-वर्ण के ……………… था पानी।”
भाव – उपवन में अनेक रंगों के फूल खिले हुए थे। प्रातःकाल मंद-मंद शीतल वायु से ओस के कण झिलमिल कर रहे थे। हवा से तालाब का पानी हिलोरें मार रहा था, अर्थात् बगीचे का वातावरण बहुत बढ़िया था और प्राकृतिक सुन्दरता निखार पर थी।
(ख) कोई निरपराध …………………….. का दानी
भाव – जब राहुल की माँ ने कहानी सुनाने के बाद उससे पूछा कि अब तुम बताओ कि न्याय किसका पक्ष लेगा, तब राहुल ने निम्न प्रकार उत्तर दिया – यदि कोई बेकसूर को मारने लगे, तो अन्य लोगों को निरपराध की सहायता करनी चाहिए, क्योंकि बचाने वाला मारने वाले से श्रेष्ठ होता है। न्याय हमेशा दया करने वाले का पक्ष लेता है, जो उचित है।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिए (एक शब्द लिखकर) –
उत्तर :
- हठ करने वाला – हठी
- जिसने अपराध किया हो – अपराधी
- जिसे डर न हो – निडर
- रक्षा करने वाला – रक्षक
- भक्षण करने वाला – भक्षक
- पक्ष लेने वाला – पक्ष्य
प्रश्न 2.
समानार्थी शब्द छाँटिए (छाँटकर) –
उत्तर :
- खग – गगन, पक्षी, नभ (पक्षी)
- आखेट – धनुष, ओखल, शिकार (शिकार)
- कोमल – मुलायम, कमल, कोयल (मुलायम)
- विवाद – निनाद, समझौता, झगड़ा (झगड़ा)
- सदय – देने वाला, दया के साथ, दीनता के साथ (दया के साथ)
प्रश्न 3.
हिले-मिले, खर-शर और सदय-निर्दय शब्द-युग्मों में एक जैसा तुक है। इसी प्रकार के समान तुक वाले तीन और शब्द-युग्म लिखिए।
उत्तर :
तीन अन्य शब्द-युग्म – जय-विजय, न्याय-अन्याय, जोर- शोर
किसने किससे कहा –
यथा – माँ कह एक कहानी, राजा था या रानी । (बालक ने माँ से)
(क) हुआ विवाद सदय निर्दय में, उभय आग्रही थे स्व विषय में, गयी बात तब न्यायालय में, सुनी सभी ने जानी। (माँ ने बालक से)
(ख) कह दे निर्भय जय हो जिसका, सुने लू तेरी बानी। (माँ ने बालक से)
(ग) “कोई निरपराध को मारे, तो क्या अन्य उसे न उबारे? (बालक ने माँ से)
इसे भी जानें –
नोट – विद्यार्थी ध्यान से पढ़ें।
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