up board class 9th hindi | नाटक
नाटक
उत्तर―नाटक साहित्य की एक से अधिक अंकों वाली वह दृश्य विधा है, जो रंगमंच पर अभिनय द्वारा
प्रस्तुत करने की दृष्टि से लिखी जाती है तथा पात्रों एवं उनके संवादों पर आधारित होती है।
प्रश्न 2 भारतीय आचार्यों द्वारा बताये गये नाटक के तत्त्व लिखिए।
उत्तर―भारतीय आचार्यों ने नाटक के पाँच तत्त्व बताये हैं-(1) कथावस्तु, (2) नायक, (3) रस,
(4) अभिनय एवं (5) वृत्ति।
प्रश्न 3 पाश्चात्य विद्वानों की दृष्टि से नाटक के तत्त्व बताइए।
उत्तर― पाश्चात्य विद्वानों ने नाटक के छ: तत्त्व स्वीकार किये हैं-(1) कथावस्तु,(2) पात्र, (3) संवाद
अथवा कथोपकथन, (4) देश-काल, (5) भाषा-शैली एवं (6) उद्देश्य।
प्रश्न 4 भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के चार नाटकों के नाम लिखिए।
उत्तर― (1) भारत दुर्दशा, (2) सत्य हरिश्चन्द्र, (3) अँधेर नगरी, (4) वैदिकी हिंसा हिंसा न भवति।
प्रश्न 5 भारतेन्दु युग के प्रमुख नाटककारों के नाम लिखिए।
उत्तर― (1) राधाचरण गोस्वामी, (2) पं० बालकृष्ण भट्ट, (3) बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’
एवं (4) किशोरीलाल गोस्वामी भारतेन्दु युग के प्रमुख नाटककार हैं।
प्रश्न 6 प्रतापनारायण मिश्र द्वारा रचित दो प्रसिद्ध नाटकों के नाम लिखिए।
उत्तर― प्रतापनारायण मिश्र द्वारा रचित दो प्रसिद्ध नाटक हैं—(1) हठी हम्मीर और (2) कलि कौतुक।
प्रश्न 7 भारतेन्दु के बाद नाटक के क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान किसका रहा ?
उत्तर―भारतेन्दु के बाद नाटक के क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान जयशंकर प्रसाद का रहा।
प्रश्न 8 हिन्दी के प्रमुख नाटककारों के नाम लिखिए।
उत्तर―भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, जयशंकर प्रसाद, वृन्दावनलाल वर्मा, लक्ष्मीनारायण मिश्र, सेठ
गोविन्ददास, विष्णु प्रभाकर, हरिकृष्ण प्रेमी, उदयशंकर भट्ट, उपेन्द्रनाथ अश्क’ आदि हिन्दी के प्रमुख
नाटककार हैं।
प्रश्न 9 हिन्दी के ऐतिहासिक नाटककारों एवं उनके एक-एक नाटक का नाम लिखिए।
या हिन्दी-साहित्य के दो ऐतिहासिक नाटककारों के नाम दीजिए।
उत्तर―हिन्दी के प्रमुख ऐतिहासिक नाटककार एवं उनके एक-एक नाटकों के नाम है―
(1) जयशंकर प्रसाद―चन्द्रगुप्त, (2) हरिकृष्ण प्रेमी― रक्षाबन्धन, (3) गोविन्दवल्लभ पन्त―राजमुकुट,
(4) सेठ गोविन्ददास― हर्ष, (5) वृन्दावनलाल वर्मा―झाँसी की रानी, (6) लक्ष्मीनारायण मिश्र―वत्सराज।
प्रश्न 10 हिन्दी-नाटक के विकास में किस नाटककार का सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है ? उसके
द्वारा लिखित दो नाटकों के नाम लिखिए।
उत्तर―हिन्दी-नाटक के विकास में श्री जयशंकर प्रसाद का सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके
द्वारा लिखित दो नाटक हैं―’अजातशत्रु’ और ‘ध्रुवस्वामिनी’।
प्रश्न 11 भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के नाटक किन विषयों पर आधारित है ?
उत्तर― भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के नाटक राष्ट्रप्रेम, धर्म, राजनीति, समाज-सुधार आदि विषयों पर आधारित
हैं। इनके नाटकों में प्रेमतत्त्व की प्रमुखता है।
प्रश्न 12 जयशंकर प्रसाद के नाटकों के क्या विषय हैं ?
उत्तर―प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति का समन्वय, देशप्रेम, आधुनिक युग की समस्याएँ,
मानव-मन का द्वन्द्व आदि जयशंकर प्रसाद के नाटकों के प्रमुख विषय हैं।
प्रश्न 13 जयशंकर प्रसाद के परवर्ती (बाद के) नाटककारों के नाम लिखिए।
उत्तर― (1) लक्ष्मीनारायण मिश्र, (2) हरिकृष्ण प्रेमी, (3) रामकुमार वर्मा, (4) सेठ गोविन्ददास,
(5) उदयशंकर भट्ट, (6) गोविन्दवल्लभ पन्त, (7) उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’ आदि जयशंकर प्रसाद के परवर्ती
नाटककार हैं।
प्रश्न 14 प्रसाद युग के किन्हीं दो नाटककारों के नाम व उनकी एक-एक रचनाओं का नाम लिखिए।
उत्तर― (1) जयशंकर प्रसाद-अजातशत्रु तथा (2) हरिकृष्ण प्रेमी-रक्षाबन्धन।
प्रश्न 15 शुक्ल युग के दो नाटककारों के नाम लिखिए।
उत्तर― (1) जयशंकर प्रसाद और (2) हरिकृष्ण प्रेमी; शुक्ल युग के दो नाटककार हैं।
16 किसी ऐसे नाटककार का नाम लिखिए जो अपने युग के सुप्रतिष्ठित कहानीकार होने के
साथ-साथ श्रेष्ठ कवि भी हैं ?
उत्तर― जयशंकर प्रसाद शुक्ल युग के ऐसे नाटककार हैं जो अपने युग (छायावाद) के सुप्रतिष्ठित
कहानीकार होने के साथ-साथ श्रेष्ठ कवि भी हैं।
प्रश्न 17 जयशंकर प्रसाद के परवर्ती किन्हीं पाँच नाटककारों एवं उनके एक-एक नाटक का नाम
लिखिए।
उत्तर―जयशंकर प्रसाद के परवर्ती नाटककार एवं उनके एक-एक नाटकों के नाम हैं-
(1) लक्ष्मीनारायण मिश्र―सिन्दूर की होली, (2) विष्णु प्रभाकर―टूटते परिवेश, (3) धर्मवीर भारती―
अन्धा युग, (4) मोहन राकेश―लहरों के राजहंस, (5) उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’―जय-पराजय आदि।
प्रश्न 18 हिन्दी के प्रथम नाटक और उसके नाटककार का नाम लिखिए।
उत्तर―हिन्दी के प्रथम नाटक का नाम नहुष’ है, जिसकी रचना गोपालचन्द्र गिरिधर दास (भारतेन्दु
हरिश्चन्द्र के पिता) द्वारा की गयी।
प्रश्न 19 एकांकी का अर्थ बताइए।
उत्तर―एक अंक में समाप्त हो जाने वाले नाटक को ‘एकांकी’ कहते हैं।
प्रश्न 20 विषय की दृष्टि से हिन्दी-एकांकी के भेद बताइए।
उत्तर―विषय के आधार पर एकांकी के भेद हैं―(1) पौराणिक एकांकी, (2) राजनीतिक एकांकी,
(3) सांस्कृतिक एकांकी, (4) ऐतिहासिक एकांकी, (5) सामाजिक एकांकी, (6) चारित्रिक एकांकी और
(7) तथ्यपरक एकांकी।
प्रश्न 21 भारतेन्दु युग एवं द्विवेदी युग के प्रमुख एकांकीकारों के नाम लिखिए।
उत्तर― भारतेन्दु युग-राधाचरण गोस्वामी, पं० बालकृष्ण भट्ट, बदरीनारायण चौधरी ‘प्रेमघन’,
किशोरीलाल गोस्वामी आदि।
द्विवेदी युग―सुदर्शन, ब्रजलाल शास्त्री, सियारामशरण गुप्त, रूपनारायण पाण्डेय, रामसिंह वर्मा,
बदरीनाथ भट्ट आदि।
प्रश्न 22 द्विवेदी युग के प्रमुख एकांकीकारों और उनके द्वारा लिखित एक-एक एकांकी का नाम
बताइए।
उत्तर―द्विवेदीयुगीन हिन्दी के प्रमुख एकांकीकार और उनके द्वारा लिखित एक-एक एकांकी के नाम
इस प्रकार हैं―(1) बदरीनारायण भट्ट―चुंगी की उम्मीदवारी, (2) रामसिंह वर्मा―रेशमी रूमाल,
(3) रूपनारायण पाण्डेय―मूर्ख मण्डली, (4) मंगलाप्रसाद विश्वकर्मा―शेर सिंह।