Category Archives: प्राचीन भारत

साहित्य का इतिहास-दर्शन

 साहित्य का इतिहास-दर्शन साहित्य का इतिहास-दर्शन मनुष्य का इतिहास होता है, इसलिये उसे इतिहास-बोध की आवश्यकता होती है। साहित्य का भी इतिहास होता है। साहित्य के इतिहास-लेखन की संभावना साहित्य की अवधारणा पर निर्भर करती है। वास्तव में, इतिहास-दर्शन की तरह साहित्य के इतिहास का भी एक दर्शन होता है। साहित्य के इतिहास लेखन के… Read More »

इतिहास बनाम दर्शन और इतिहास-दर्शन

इतिहास बनाम दर्शन और इतिहास-दर्शन इतिहास का प्रत्यक्ष अर्थ होता है व्यतीत की घटनाओं का वृत्त अथवा अतीत की घटनाओं का क्रमाक्रम लिखित वृत्त; तभी जब हम इतिहास के दर्शन की बात करते हैं यह स्वाभाविक है कि हम यह निश्चय करें कि किस अर्थ में हम इन शब्दों का प्रयोग करते हैं। यह सोचना… Read More »