Category Archives: 12th Samanya Hindi

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi राष्ट्रीय भावनापरक निबन्ध

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi राष्ट्रीय भावनापरक निबन्ध UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi राष्ट्रीय भावनापरक निबन्ध राष्ट्रीय भावनापरक निबन्ध राष्ट्रभाषा हिन्दी [2009, 13] सम्बद्ध शीर्षक। राष्ट्रभाषा के रूप में हिन्दी के विकास में बाधाएँ राष्ट्रभाषा हिन्दी : राष्ट्र की एकता का प्रतीक देश के विकास में राष्ट्रभाषा की भूमिका… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi परिचयात्मक निबन्ध

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi परिचयात्मक निबन्ध UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi परिचयात्मक निबन्ध परिचयात्मक निबन्ध एक महापुरुष की जीवनी (राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी) सम्बद्ध शीर्षक मेरा प्रिय राजनेता मेरा आदर्श पुरुष वर्तमान युग में गाँधीवाद की प्रासंगिकता हमारे आदर्श महापुरुष प्रमुख विचार-बिन्दु- प्रस्तावना, जीवनवृत्त, गाँधी जी के सिद्धान्त-(अ) अहिंसा… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi साहित्यिक निबन्ध

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi साहित्यिक निबन्ध UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi साहित्यिक निबन्ध साहित्यिक निबन्ध साहित्य समाज का दर्पण है [2011, 14, 16, 17] सम्बद्ध शीर्षक साहित्य और मानव-जीवन 1. साहित्य और समाज साहित्य समाज की अभिव्यक्ति है। [2010, 11, 12, 15, 17] साहित्य और जीवन सामाजिक विकास में साहित्य… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi सफाई हेतु सम्बन्धित अधिकारी को प्रार्थना-पत्र

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi सफाई हेतु सम्बन्धित अधिकारी को प्रार्थना-पत्र UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi सफाई हेतु सम्बन्धित अधिकारी को प्रार्थना-पत्र सफाई हेतु सम्बन्धित अधिकारी को प्रार्थना-पत्र प्रश्न 1. अपने क्षेत्र में मच्छरों के प्रकोप का वर्णन करते हुए उचित कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखिए।… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi बैंक/विभिन्न व्यवसायों से सम्बन्धित ऋण-प्राप्ति हेतु आवेदन-पत्र

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi बैंक/विभिन्न व्यवसायों से सम्बन्धित ऋण-प्राप्ति हेतु आवेदन-पत्र UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi बैंक/विभिन्न व्यवसायों से सम्बन्धित ऋण-प्राप्ति हेतु आवेदन-पत्र प्रश्न 1. ऋण-प्राप्ति हेतु भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबन्धक को आवेदन-पत्र लिखिए। [2010] या भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबन्धक को निजी कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi नियुक्ति आवेदन-पत्र

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi नियुक्ति आवेदन-पत्र UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi नियुक्ति आवेदन-पत्र कुछ महत्त्वपूर्ण बातें अन्य पत्रों के समान आवेदन तथा प्रार्थना-पत्र में पत्र-लेखक अपना नाम-पतादि प्रारम्भ में नहीं लिखता और न ही प्रारम्भ में दिनांक लिखा जाता है। आवेदक अपना पता पत्र-समाप्ति पर अन्त में हस्ताक्षर… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi अच्छे पत्र के गुण

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi अच्छे पत्र के गुण UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi अच्छे पत्र के गुण अच्छे पत्र के गुण (1) सरलता-पत्र की भाषा सरल व सुबोध होनी चाहिए। जिस प्रकार सरल और निष्कपट व्यक्ति के व्यवहार का बहुत असर होता है, उसी प्रकार सरल, सुबोध पत्र… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi पत्रों के प्रकार या भेद

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi पत्रों के प्रकार या भेद UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi पत्रों के प्रकार या भेद कौन, किसको, किस विषय पर, किन परिस्थितियों में पत्र लिख रहा है, इस आधार पर पत्रों के अनेक भेद होते हैं, जिनमें से मुख्य इस प्रकार हैं- (1) निजी/व्यक्तिगत/घरेलू… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi छन्द

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi छन्द UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi छन्द छन्द का अर्थ है-‘बन्धन’। ‘बन्धनमुक्त’ रचना को गद्य कहते हैं और बन्धनयुक्त को पद्य। छन्द प्रयोग के कारण ही रचना पद्य कहलाती है और इसी कारण उसमें अद्भुत संगीतात्मकता उत्पन्न हो जाती है। दूसरे शब्दों में, मात्रा,… Read More »

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi अलंकार

UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi अलंकार UP Board Solutions for Class 12 Samanya Hindi अलंकार काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तत्त्वों को अलंकार कहते हैं-काव्यशोभाकरान् धर्मानलङ्कारान् प्रचक्षते। अलंकार के दो भेद होते हैं—(क) शब्दालंकार तथा (ख) अर्थालंकार। जहाँ काव्य की शोभा का कारण शब्द है, वहाँ शब्दालंकार और जहाँ शोभा का कारण… Read More »