Category Archives: 7th Hindi

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 10 सत्साहस (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 10 सत्साहस (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 10 सत्साहस (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या सत्साहसी …………….. नहीं देता है। संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांशं हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘सत्साहस’ नामक पीठ से लिया गया है। इस निबन्ध के लेखक गणेश शंकर विद्यार्थी हैं। प्रसंग: लेखक… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 मेघ बजे, फूले कदम्ब (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 मेघ बजे, फूले कदम्ब (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 9 मेघ बजे, फूले कदम्ब (मंजरी) समस्त पद्याशों की व्याख्या मेघ बजे धिन-धिन-धा ……………………….. धिन-धिन-धा….। संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘मेघ बजे, फूले कदम्ब’ नामक कविता से उद्धत की गई हैं।… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 8 स्कूल मुझे अच्छा लगा (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 8 स्कूल मुझे अच्छा लगा (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 8 स्कूल मुझे अच्छा लगा (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या “मुझे और कुछ ……………………….. उसे कुछ सूझा। सदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के स्कूल मुझे अच्छा लगा’ नामक पाठ से लिया गया… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 7 बाललीला (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 7 बाललीला (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 7 बाललीला (मंजरी) समस्त गद्याशों की व्याख्या ‘बाललीला’ सूरदास (1) मैया मोहिं …………………. तू पूत। संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी-7′ के ‘बाललीला और भक्तिपद’ नामक पाठ से ली गई हैं। इसके रचयिता महाकवि सूरदास हैं। कृष्णभक्ति… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 6 शाप-मुक्ति (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 6 शाप-मुक्ति (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 6 शाप-मुक्ति (मंजरी) महत्वपूर्ण गद्यांश की व्याख्या दादी का स्वभाव …………………. नहीं हुई। संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के ‘शाप-मुक्ति’ नामक पाठ से लिया गया है। इस कहानी के लेखक रमेश उपाध्याय हैं। प्रसंग: दादी… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 5 निजभाषा उन्नति (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 5 निजभाषा उन्नति (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 5 निजभाषा उन्नति (मंजरी) समस्त पद्यांशों की व्याख्या निज भाषा………………………. को शूल। संदर्भ: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के  ‘निजभाषा उन्नति’ नामक कविता से ली गई है। इसके रचयिता भारतेन्दु हरिश्चन्द्र हैं। प्रसंग: कवि ने… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 4 बहता पानी निर्मला (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 4 बहता पानी निर्मला (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 4 बहता पानी निर्मला (मंजरी) महत्वपूर्ण गद्याशों की व्याख्या यात्रा करने के ………………….हुँके श्रीनगर में। प्रसंग एवं संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी-7’ में संकलित यात्रा-निबंध ‘बहता पानी निर्मला से लिया गया है। लेखक… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 वीरों का कैसा हो वसंत (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 वीरों का कैसा हो वसंत (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 वीरों का कैसा हो वसंत (मंजरी) समस्त पद्यांश की व्याख्या आ रही …………………………..कैसा हो वसंत? संदर्भ एवं प्रसंग: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी-7′ में  संकलित कविता “वीरों का कैसा हो वसंत’… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 राजधर्म (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 राजधर्म (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 2 राजधर्म (मंजरी) महत्त्वपूर्ण गद्याश की व्याख्या “बोधिसत्व से ………………………………. व्रत है।” संदर्भ: प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक ‘मंजरी’ के  ‘‘राजधर्म” नामक पाठ से लिया गया है। यह जातक कथा (कहानी) से उद्धृत है। प्रसंग: राजा ने… Read More »

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 1 जागो जीवन के प्रभात (मंजरी)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 1 जागो जीवन के प्रभात (मंजरी) UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 1 जागो जीवन के प्रभात (मंजरी) समस्त पद्यांशों की व्याख्या अब जागो ……………………………….. के प्रभात! शब्दार्थ: प्रभात = सवेरा, वसुधा = पृथ्वी, हिम-कन = बर्फ के कण, ओस, क्षोभ = दुख, अरुणागात = लालिमायुक्त शरीर वाली। संदर्भ: प्रस्तुत… Read More »