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अपभ्रंश और हिंदी

अपभ्रंश और हिंदी अपभ्रंश साहित्य के विभिन्न स्रोतों और उसकी परंपराओं की तह में जाने एक प्रश्न स्वाभाविक रूप से सामने आता है कि क्या अपभ्रंश को हिंदी कहा जा सकता है ? हिंदी के इतिहासकार मिश्र बंधुओं से लेकर चंद्रधर शर्मा गुलेरी, आचार्य रामचंद्र शुक्ल, राहुल सांकृत्यायन तक अपभ्रंश को हिंदी के तुरंत का… Read More »