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आदिकाल : अपभ्रंश बनाम हिंदी

आदिकाल : अपभ्रंश बनाम हिंदी अपभ्रंश साहित्य के विभिन्न स्रोतों और उसकी परंपराओं का अध्ययन करने के उपरांत एक जिज्ञासा स्वाभाविक रूप से सामने उठ खड़ी होती है कि क्या अपभ्रंश को हिंदी कहा जाय ? क्योंकि इस जिज्ञासा के प्रशमन में ही हिंदी के आदिकाल का बोध छिपा है। तभी तो उस काल की… Read More »