UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi शब्दों में सूक्ष्म अन्तर
UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi शब्दों में सूक्ष्म अन्तर
नवीनतम पाठ्यक्रम में शब्द-रचना के अन्तर्गत शब्दों के सूक्ष्म अन्तर को सम्मिलित किया गया है, जिसके लिए विभिन्न प्रकार के शब्द-युग्मों का अध्ययन किया जाना चाहिए। इसके लिए 2 अंक निर्धारित हैं।
शब्द-युग्म से अभिप्राय है-शब्दों का जोड़ा। विभिन्न प्रकार के शब्दों के जोड़े बनाकर शब्द-रचना की जाती है। शब्द-युग्म में दो स्वतन्त्र अर्थ वाले शब्द होते हैं, जो अलग-अलग रहने पर तो पृथक्-पृथक् अर्थ देते हैं, किन्तु जब उन शब्दों का युग्म बनाकर एक शब्द के रूप में प्रयोग किया जाता है तो वे शब्द अपने अर्थों से भिन्न अर्थ देने लगते हैं; उदाहरणार्थ–‘दिन’ और ‘रात दो पृथक्-पृथक् अर्थ रखने वाले शब्द हैं, किन्तु जब इन शब्दों का युग्म बनाकर एक शब्द के रूप में प्रयोग किया जाता है, तो ये दोनों शब्द अपने-अपने अर्थ को त्यागकर एक नवीन अर्थ का बोध कराने लगते हैं; जैसे—
- लोग दिन में जागते हैं और रात को सोते हैं।
- दिनेश ने रात-दिन कड़ी मेहनत की है।
यहाँ प्रथम वाक्य में ‘रात’ और ‘दिन’ अपने वास्तविक अर्थ को व्यक्त कर रहे हैं, किन्तु द्वितीय वाक्य में जब वे युग्म के रूप में प्रयुक्त हुए हैं तो वे अपने मूल अर्थ को छोड़कर एक नवीन अर्थ को व्यक्त कर रहे हैं। यहाँ ‘रात-दिन’ शब्द ‘निरन्तरता’ को व्यक्त कर स्हा है। इस प्रकार शब्द-युग्म के रूप में एक नवीन अर्थबोधक शब्द की रचना हो गयी है। शब्द-युग्मों की रचना-शब्द-युग्मों की रचना निम्नलिखित सात प्रकारों से की जाती है-
- एक ही शब्द की पुनरुक्ति द्वारा,
- सजातीय या समानार्थक शब्दों के द्वारा,
- विलोम शब्दों के द्वारा,
- सार्थक और निरर्थक शब्दों के द्वारा,
- निरर्थक शब्दों के द्वारा,
- परसर्गों के साथ शब्द की पुनरावृत्ति द्वारा,
- समोच्चारित भिन्नार्थक शब्दों के द्वारा।। उपर्युक्त विधियों द्वाय निर्मित शब्द-युग्म जिन नवीन अर्थों का बोध कराते हैं, उन्हें वाक्य प्रयोग द्वारा भली प्रकार से स्पष्ट किया जा सकता है।
(1) एक ही शब्द की पुनरुक्ति द्वारा
पुनरुक्ति = पुनः + उक्तेि; अर्थात् एक ही शब्द को फिर से कहना उस शब्द की पुनरुक्ति कहलाता है। पुनरुक्ति भी शब्द-युग्म बनाने का प्रमुख तत्त्व है। इसमें एक ही शब्द को प्राय: एक बार दोहराकर शब्द-युग्म बनाया जाता है, किन्तु जब किसी ध्वनि के द्वारा किसी क्रिया को बताया जाता है, तब ध्वनिवाचक शब्द की एक बार से अधिक आवृत्ति की जाती है। साहित्य में इसे ध्वन्यर्थ अलंकार के नाम से जाना जाता है। एक और अनेक आवृत्ति द्वारा शब्द-युग्म बनाने की प्रक्रिया को निम्नवत् समझा जा सकता है–
(2) सजातीय या समानार्थक शब्दों के द्वारा
सजातीय अथवा समानार्थक लगने वाले दो शब्दों को मिलाकर भी शब्द-युग्म की रचना की जाती है। इसमें दोनों ही शब्द मिलते-जुलते अर्थ देने वाले होते हैं, किन्तु दोनों को अर्थ एक नहीं होता; जैसे-
(3) विलोम शब्दों के द्वारा
दो विलोम शब्दों को मिलाकर भी शब्द-युग्म की रचना की जाती है। इस प्रकार के शब्द-युग्मों से युक्त वाक्य प्रायः सूक्तिपरक और नैतिकता से ओत-प्रोत होते हैं; जैसे-
(4) सार्थक और निरर्थक शब्दों के द्वारा
यद्यपि निरर्थक शब्दों को भाषा में शब्द ही नहीं माना जाता और इसी कारण उनको अध्ययन भी भाषा के अन्तर्गत नहीं किया जाता, तथापि इन निरर्थक शब्दों का भी भाषा में बड़ा महत्त्व है। सार्थक शब्दों के साथ मिलाकर जब इनसे शब्द-युग्म की रचना की जाती है तो ये सार्थक हो उठते हैं। यहाँ यह बात ध्यान देने योग्य है कि शब्द-युग्म द्वारा जब ये निरर्थक शब्द सार्थक हो उठते हैं, तब भी उनके अर्थ को सार्थक शब्द के अर्थ से पृथक् करके नहीं देखा जा सकता। इनकी सार्थकता सदैव अपने साथ प्रयुक्त होने वाले सार्थक शब्दों पर ही निर्भर करती है। इस प्रकार के शब्द-युग्मों में सार्थक शब्द पहले अथवा बाद में कहीं भी आ सकता है; जैसे-
(5) निरर्थक शब्दों के द्वारा
साधारण बोलचाल की भाषा में दो निरर्थक शब्दों को मिलाकर उनसे शब्द-युग्म की रचना करके एक विशेष अर्थ की अभिव्यक्ति की जाती है; जैसे-
(6) परसर्गों के साथ शब्द की पुनरावृत्ति द्वारा
पुनरावृत्ति द्वारा बने शब्द-युग्मों के मध्य परसर्ग लगाकर भी शब्द-युग्म की रचना की जाती है। इस प्रकार के शब्द-युग्म में परसर्ग के दोनों ओर संयोजक चिह्न लगाते हैं; जैसे-
(7) समोच्चारित भिन्नार्थक शब्दों के द्वारा
जो शब्द उच्चारण में लगभग समान प्रतीत होते हैं, परन्तु उनके अर्थ भिन्न होते हैं, उन्हें समोच्चारित भिन्नार्थक शब्द-युग्म भी कहा जाता है; यथा—
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न (क) निम्नलिखित शब्द-युग्मों में से किसी एक शब्द-युग्म में बताइए कि उसका कौन-सा अर्थ सही है-
प्रश्न 1.
अनल-अनिल—
(क) पृथ्वी और आकाश
(ख) अग्नि और वायु
(ग) जल और वायु
(घ) पानी और आग
उत्तर:
ख
प्रश्न 2.
सकल-शकल—
(क) कला और कृति
(ख) सन् और सम्वत्
(ग) सम्पूर्ण और अंश
(घ) सबल और निर्बल
उत्तर:
ग
प्रश्न 3.
पुरुष-परुष—
(क) नर और नारी
(ख) आदमी और फरसा
(ग) पुरुष और पैसा
(घ) आदमी और कठोर
उत्तर:
घ
प्रश्न 4.
गृह-ग्रह—
(क) घर और नक्षत्र
(ख) घर और गृहस्थी
(ग) गिरोह और घर
(घ) गाँव और घर
उत्तर:
क
प्रश्न 5.
वृत्त-वित्त—
(क) चरित्र और धन
(ख) धन और दौलत
(ग) गिरोह और घर
(घ) गाँव और घर
उत्तर:
क
प्रश्न 6.
बात-वात—
(क) भात और दोल
(ख) बातचीत और वायु
(ग) हवा और पानी
(घ) बाट और तराजू ,
उत्तर:
ख
प्रश्न 7.
कपट-कपाट—
(क) कप और प्लेट
(ख) किवाड़ और खिड़की
(ग) धोखा और दरवाजा
(घ) पर्दा और किवाड़
उत्तर:
ग
प्रश्न 8.
पतन-पत्तन—
(क) गिरना और उठना
(ख) पत्ता और फूल
(ग) गिरना और बन्दरगाह
(घ) पर्दा और किवाड़
उत्तर:
ग
प्रश्न 9.
सुत-सूत—
(क) पुत्र और पिता
(ख) पुत्र और सारथी
(ग) पुत्र और माता
(घ) पुत्र और पत्नी।
उत्तर:
ख
प्रश्न 10.
अभिराम-अविराम—
(क) सुन्दर और लगातार
(ख) राम और लक्ष्मण
(ग) अब और तब
(घ) सुन्दर और मजबूत।
उत्तर:
क
प्रश्न 11.
पास-पाश—
(क) उत्तीर्ण और निकट
(ख) निकट और जाल
(ग) निकट और ऊँचा
(घ) समीप और दूर
उत्तर:
ख
प्रश्न 12.
पंथ-पथ—
(क) पथिक और रास्ता
(ख) सम्प्रदाय और मार्ग
(ग) चलना और बैठना
(घ) मार्ग और कार्य
उत्तर:
ख
प्रश्न 13.
अभय-उभय—
(क) निडर और दोनों
(ख) भयरहित और निडर
(ग) निर्भय और कायर
(घ) आभायुक्त और अन्य
उत्तर:
क
प्रश्न 14.
अंबुज-अंबुद—
(क) कमल और बादल
(ख) जल और कमल
(ग) बादल और समुद्र
(घ) समुद्र और कमल
उत्तर:
क
प्रश्न 15.
मेघ-मेध—
(क) बादल और कील
(ख) बादल और यज्ञ
(ग) काला और बुद्धि
(घ) बादल और चर्बी
उत्तर:
ख
प्रश्न 16.
अंस-अंश—
(क) अंकुर और हिस्सा
(ख) हिस्सा और अंकुर
(ग) कंधा और हिस्सा
(घ) हिस्सा और कंधा
उत्तर:
ग
प्रश्न 17.
जलज-जलद—
(क) बादल और कमल
(ख) कमल और बादल
(ग) कमल और तालाब
(घ) तालाब और कमल
उत्तर:
ख
प्रश्न 18.
अन्न-अन्य—
(क) अनाज और दूसरा
(ख) भोजन और अनेक
(ग) गेहूँ और वह
(घ) बेकार और दूसरों
उत्तर:
क
प्रश्न 19.
उपकार-अपकार—
(क) दूसरे का कार्य और बुरी’
(ख) पुकार और न बोलना।
(ग) भलाई और बुराई
(घ) अच्छी और दुष्ट
उत्तर:
ग
प्रश्न 20.
अचार-आचर—
(क) बुरा आचरण और अच्छा
(ख) मुरब्बा और आचरण
(ग) स्थिर और चल
(घ) आम और चारों
उत्तर:
ख
प्रश्न 21.
भित्ति-भीतं—
(क) भक्ति और भाग्य
(ख) द्वार और दीवार
(ग) दीवार और डरा हुआ।
(घ) बाहर और भीतर
उत्तर:
ग
प्रश्न 22.
अमूल्य-अमूल—
(क) मूल-रहित और दूध
(ख) मूलरहित और जड़ रहित
(ग) मूल्य सहित और मूलभूत
(घ) अधिक मूल्यवाला और मूर्ख
उत्तर:
घ
प्रश्न 23.
भारती-भारतीय—
(क) सरस्वती और भारत का रहने वाला
(ख) भार ढोने वाली और भर्ती करने वाला
(ग) भार में लगी हुई और चुनाव,
(घ) एक जाति और एक व्यक्ति
उत्तर:
क
प्रश्न 24.
श्रान्त-आन्ति—
(क) थकान और खिन्नता
(ख) शान्ति और खिन्नता
(ग) खेिल और थकान
(घ) शस्त और अशान्त।
उत्तर:
क
प्रश्न 25.
प्रारम्भ-संरब्ध—
(क) आरम्भ और योजना
(ख) अथ और इति
(ग) आरम्भु और भाग्य
(घ) शुरू करने की स्थिति और समाप्ति
उत्तर:
ग
प्रश्न 26.
छात्र-क्षात्र—
(क) छतरीधारी और विद्यार्थी
(ख) विद्यार्थी और नेता
(ग) क्षेत्रियधर्म और विद्यार्थी
(घ) विद्यार्थी और क्षत्रियोचित
उत्तर:
घ
प्रश्न 27.
नियत-नियति—
(क) निश्चित और भाग्य
(ख) आदत और भाग्य
(ग) प्रकृति और गणना।
(घ) आदत और गणना
उत्तर:
क
प्रश्न 28.
वहन-बहन—
(क) टोना-भागिनी
(ख) बहना-बहिनी
(ग) ढोना-बहना
(घ) ढोना-ढहाना
उत्तर:
क
प्रश्न 29.
आय-आयु—
(क) आना-उम्र
(ख) आमदनी-उम्र
(ग) आना-आज्ञा
(घ) आमदनी-आना
उत्तर:
ख
प्रश्न 30.
श्रवण-श्रमण—
(क) पप और पुण्य
(ख) सज्जन और दुर्जन
(ग) कान और भिक्षु
(घ) सावन और परिश्रमी
उत्तर:
ग
प्रश्न 31.
अंश-अंशु—
(क) भाग और सूर्य
(ख) सूर्य और भाग
(ग) भाग और किरण
(घ) भाग और वरुण
उत्तर:
क
प्रश्न 32.
कटिबंध-कटिबद्ध—
(क) फेंटा और तैयार
(ख) करधनी और तैयार
(ग) तैयार और बाजूबन्दै
(घ) उद्यत और उद्धत
उत्तर:
क
प्रश्न 33.
निहत-निहित—
(क) डरा हुआ और छिपा हुआ
(ख) छिपा हुआ और डरा हुआ
(ग) मरा हुआ और छिपा हुआ।
(घ) हारा हुआ और मरा हुआ
उत्तर:
ग
प्रश्न 34.
बिहग-बिहंग—
(क) पक्षी और बालक
(ख) पक्षी और तोता
(ग) पक्षी और आकाश
(घ) आकाश और पक्षी
उत्तर:
घ
प्रश्न 35.
अतिथि-अतिथेय—
(क) जिसके आने की कोई तिथि न हो–अतिथि सेवा करने वाला ,
(ख) अधिक तिथि–आने वाली तिथि
(ग) अतिथिविहीन-तिथि सहित
(घ) जिसके आने की तिथि हो-जो निश्चित तिथि पर आये
उत्तर:
क
प्रश्न 36.
अग-अघ—
(क) आगे-पीछे
(ख) अचल-पाप
(ग) नया-पुराना
(घ) सम्पूर्ण-पुण्य
उत्तर:
ख
प्रश्न 37.
आरत-आराति—
(क) आरती और आरती करने वाला
(ख) प्रेमी और प्रेम से रहित
(ग) दु:ख और शत्रु
(घ) रात्रि के पहले और रात्रि के बाद
उत्तर:
ग
प्रश्न 38.
जलद-जलधि—
(क) कमल और समुद्र
(ख) बादल और समुद्र
(ग) सिन्धु और आकाश
(घ) जलना और जो जला न हो
उत्तर:
ख
प्रश्न 39.
श्वपच-स्वपच—
(क) दुष्ट और सज्जन
(ख) चाण्डाल और स्वयंपाकी
(ग) स्वयंपाकी और चाण्डाल
(घ) दुर्जन और साधु
उत्तर:
ख
प्रश्न 40.
आतप-आपात—
(क) धूप और संकट
(ख) संकट और धूप
(ग) धूप और छाया
(घ) उजाला और अँधेरा
उत्तर:
क
प्रश्न 41.
आभरण-आमरण—
(क) भरण और पोषण
(ख) जीवन और मरण
(ग) आभूषण और मृत्यु तक
(घ) जीवन और मोक्ष
उत्तर:
ग
प्रश्न (ख).
निम्नलिखित में से किन्हीं दो शब्द-युग्मों के सूक्ष्म अन्तर को स्पष्ट कीजिए
- अविराम-अभिराम,
- अवलम्ब-अविलम्ब,
- ग्रह-गृह,
- कुल-कूल,
- अभिज्ञ-अनभिज्ञ,
- क्षात्र-छात्र,
- पुरुष-परुष।
उत्तर:
- अविराम-अभिराम का अर्थ है–निरन्तर-सुन्दर,
- अवलम्ब-अविलम्ब का अर्थ है-सहाराशीघ्र,
- ग्रह-गृह का अर्थ है-नक्षत्र-घर,
- कुल-कूल का अर्थ है-वंश-किनारा,
- अभिज्ञ-अनभिज्ञ का अर्थ है—जानकार-अनजान,
- क्षात्र-छात्र का अर्थ है-क्षत्रिय-विद्यार्थी,
- पुरुष-परुष का अर्थ हे-मनुष्य-कठोर।
We hope the UP Board Solutions for Class 11 Samanya Hindi शब्दों में सूक्ष्म अन्तर help you.