UP Board Solutions for Class 12 English Prose Chapter 1 A Girl with a Basket

By | May 31, 2022

UP Board Solutions for Class 12 English Prose Chapter 1 A Girl with a Basket

UP Board Solutions for Class 12 English Prose Chapter 1 A Girl with a Basket

LESSON at a Glance

William C. Douglas was a judge of the Supreme Court of America. He happened to be in India and was on his way to Ranikhet from Delhi. During this short journey he got a feel of the pulse of India. He was very much impressed by the attitude of a nine-year old girl.

When he was going to Barielly by train on his way to Ranikhet, he got down at a railway station. Immediately, he was surrounded by a group of refugee children and each of them wanted to sell baskets and fans to him. He purchased some baskets and fans from them.

A beautiful nine-year old girl felt disappointed as she was not lucky enough to sell something to the author. The author felt pity for her and put a few coins in one of her baskets. The child with all pride and grace refused to accept the money and returned it to the author. Now, the author had no option but to buy her basket.

The behaviour of the girl gave the author a glimpse of the child’s spirit. She showed exemplary passion for self-respect and self-reliance. The author admits that he had fallen in love with India on this account.

पाठ का हिन्दी अनुवाद क

(1) Thad left …………… and reports.
दिल्ली से मैं हिमालय पर्वत की पहाड़ियों को देखने के लिए चला। मैं बरेली तक रेलगाड़ी से गया और रानीखेत तक कार से। रानीखेत अंग्रेजों की पुरानी सैनिक पहाड़ी है जो 6000 फुट लम्बी पर्वत-श्रृंखलाओं पर स्थित है और इसके सामने 120 मील लम्बा बर्फ से ढका हिमालय का भू-भाग है। रेलगाड़ी धीमी गति से जा रही थी और यह रास्ते के सभी स्टेशनों पर रुकी। गाड़ी के रुकने के प्रत्येक स्थान पर मैं अपने डिब्बे का दरवाजा खोलता था और प्लेटफॉर्म पर घूमता था। प्लेटफॉर्म लोगों की भीड़ से भरे हुए थे जिनमें सभी प्रकार के व्यक्ति सिख, मुसलमान, हिन्दु, सिपाही, व्यापारी, पुजारी, कुली, भिखारी और फेरी वाले थे। लगभग प्रत्येक व्यक्ति नंगे पैरों था और ढीले सफेद कपड़े पहने हुए था। तीन व्यक्तियों से बात करने पर मुझे एक ऐसा व्यक्ति मिला जो अंग्रेजी बोल सके। मैं सांसारिक मामलों पर प्रत्येक बड़े-से-बड़े विषय पर तथा प्रतिदिन के समाचारों पर बातचीत करता था। इस प्रकार मैं देश के लोगों की भावनाओं को जानने का प्रयत्न कर रहा था और सरकारी व्यवहार तथा खबरों के विरुद्ध मत को परखता था।

(2) The route lay …………… drab walls.
रास्ता भारत के सर्वाधिक उपजाऊ क्षेत्रों में से एक क्षेत्र में होकर जाता था। यह ऊपरी गंगा नदी का मैदान था जो समुद्र स्तर से लगभग एक हजार फीट की ऊँचाई पर था, किन्तु गर्म था। गंगा भूरी मिट्टी से भरी हुई, बाढ़ के पानी से उमड़ी हुई थी और उसके बहाव ने हजारों एकड़ धान के खेतों को डुबो रखा था। इसके उत्तर में जंगल थे, जिनमें मनुष्य के सिर से ऊँची-ऊँची घास फैली हुई थी और कहीं-कहीं पेड़ों तथा झाड़ियों के

झुरमुट थे जिनमें चीते, हाथी, अजगर और जहरीले साँपों के घर थे और सभी स्थानों पर समतल धरती आसमान को छूती हुई दिखाई देती थी, किन्तु कहीं पवित्र बरगद के पेड़ या पाखड़ के पेड़ों की कतारें थीं, जिनका आकार मोटे मुड़े हुए तनों वाले (elm) वृक्षों के समान था। दक्षिण-पश्चिम की ओर से गर्म नम हवा बह रही थी। स्टेशनों पर कुछ नर बन्दर तथा कुछ मादा बन्दर जिनसे उनके बच्चे चिपटे हुए थे और पेड़ पर चढ़े हुए थे, पेड़ों पर भोजन की तलाश में झूल रहे थे। जिन गाँवों में से हम गुजरे उनकी दीवारें पानी तथा गोबर मिली हुई मिट्टी की बनी थीं। उनकी नुकीली छतों पर छप्पर पड़े हुए थे और घास के गट्ठर उन बाँसों से बँधे हुए थे, जो ढालदार बल्लियों के ढाँचे पर फैले हुए थे। उस दिन कद्दू की बेलों पर, जो उन पर फैली हुई थीं, फल थे और ये बेलें नीरस दीवारों पर रंग-बिरंगी धारियों में फैली हुई थीं।

(3) At one station …………… tuned the streets.
एक स्टेशन पर लोगों से बातचीत करने के मेरे कार्यक्रम में रुकावट पड़ गई। ज्योंही मैं नीचे उतरा, छोटे बच्चों का एक समूह मेरे चारों ओर इकट्ठा हो गया। ये हाथ से बुनी हुई, सरकण्डे की साधारण रूप और आकार की टोकरियाँ बेच रहे थे। उन्होंने उन टोकरियों को अपने हाथों में ऊँचा पकड़ रखा था और जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। मैं उनके शब्दों को नहीं समझ सका, किन्तु उनके शब्द मुझे उनकी इच्छा ठीक ही व्यक्त कर रहे थे।

ये शरणार्थी बच्चे थे। जब भारत और पाकिस्तान के विभाजन का आदेश हुआ, तो लाखों लोगों को विवश होकर अपने पूर्वजों के बसाये हुए मकानों और सामान को उठाना पड़ा। नब्बे लाख लोगों ने पाकिस्तान छोड़ा
और धार्मिक भय के पागलपन से भारत आए। वहाँ से चलते समय वे बहुत गरीब व्यक्ति थे और जब उन्होंने अपनी लम्बी पैदल यात्री की तब वे और अधिक गरीब हो गए, क्योंकि उनके पास थोड़ा-सा भोजन और थोड़ा-सा सामान था। शीघ्र ही उनका भोजन समाप्त हो गया। अपनी यात्रा आरम्भ करने के कुछ ही दिनों बाद वे भूख की कमजोरी के कारण रास्ते में ही गिर गए और जहाँ गिरे वहीं पर मर गए। टोकरी बेचने वाले बच्चे इन शरणार्थियों के पुत्र-पुत्रियाँ थे। वे या उनके माता-पिता या रिश्तेदार नगरों में इकट्ठे हो गए। छोटी-छोटी दुकानें लगाई, छोटी-छोटी वस्तुएँ बनाई और उन्हीं बाजारों में जो पहले ही व्यापारियों से भरे पड़े थे, अपनी जीविका कमाने की कोशिश की। कपड़े या घास का छप्पर-सा बनाकर वे गलियों तथा सड़कों के किनारे रहे।

(4) The peasants …………… had seen,
इन शरणार्थियों में जो किसान थे, वे अपने पूरे जीवन में बहुत थोड़े में ही गुजारा करने के अभ्यस्त थे, क्योंकि एक किसान की सालाना आमदनी औसत 100 डॉलर से अधिक नहीं है। साधारण श्रमिक की औसत आय प्रतिदिन 30 सैण्टे या प्रति सप्ताह दो डॉलर से भी कम थी। दिन भर में उन्हें एक बार भोजन मिलता था जिसमें एक प्याज, एक रोटी, एक कटोरा दाल तथा मट्ठा और शायद बकरी के दूध के पनीर का टुकड़ा होता था। चाय, कॉफी, चर्बी, मिठाइयाँ या मांस बिल्कुल नहीं मिलता था। सौ डॉलर प्रति वर्ष, एक सप्ताह में दो डॉलर भी नहीं होते, फिर इतनी छोटी-सी रकम गरीब लोगों को टोकरियाँ बेचकर कमाना बहुत कठिन है। निःसन्देह यही कारण है कि ये छोटे बच्चे मेरे ऊपर टिड्डी दल के समान टूट पड़े। बच्चों ने मेरे विषय में सोचा कि अमेरिकन होने के नाते मैं अवश्य ही एक धनी ग्राहक होऊँगा।

(5) Tbought one …………… any heart.
कुछ आनों में मैंने एक छोटी टोकरी खरीदी, दूसरी कुछ अधिक पैसों में फल की टोकरी, एक रुपये में एक सुन्दर टोकरी कूड़े के लिए, एक रुपये की एक सुन्दर सिलाई टोकरी, एक-एक या दो-दो आने के कुछ पंखे। मेरे हाथ भर गए और मैंने पचास सैण्ट भी खर्च नहीं किए। बच्चे अपने सामान के विषय में शोर मचाते हुए मेरे निकट आ गए। मैं एक कैदी के समान था, पूरी तरह से घिरा हुआ और हिलने-डुलने में भी असमर्थ। सबसे परिश्रमी तथा जोर देकर अपना माल बेचने वाली नौ वर्ष की एक बालिका ठीक मेरे सामने खड़ी थी। उसके पास एक सुन्दर हैण्डल वाली टोकरी थी और वह इसके लिए डेढ़ रुपया लगभग तीस सैण्ट चाहती थी। वह ईमानदारी से अपने सामान की प्रशंसा करने वाली थी। उसकी आँखों में आँसू थे। वह इस प्रकार अपने सामान की प्रशंसा कर रही थी और ऐसे स्वर में विनती कर रही थी कि प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में दया जाग्रत हो जाएगी।

(6) Myarms were …………… soul of India,
मेरी दोनों भुजाएँ भरी हुई थीं। दूसरी टोकरी की न आवश्यकता थी और न स्थान था। अपनी टोकरियों तथा पंखों को बाईं भुजा पर साधते हुए मैंने अपने कोट की दाईं जेब में हाथ डाला और मुट्ठीभर रेजगारी निकाली। सम्भवतः कुल 15 सैण्ट होंगे। उसे मैंने टोकरी में रख दिया जिसे उस छोटी लड़की ने प्रार्थना की दृष्टि से मेरे सामने कर रखा था। मैंने उसे यह समझाने की कोशिश की कि मैं टोकरी नहीं खरीद सकता, किन्तु उसे खरीदने के स्थान पर मैं उसे एक उपहार दे रहा हूँ। मैंने तुरन्त अनुभव किया कि मैंने उसके साथ कितना अनुचित किया है। नौ वर्ष के बच्चे ने जो फटे-पुराने कपड़े पहने हुए था और भूख से मरने के निकट था, अपनी ठोड़ी ऊपर उठाई, अपना हाथ टोकरी में डाला और एक स्त्री में जो गौरव तथा लज्जा होती है, उसके साथ मेरा धन मुझे लौटा दिया। अब मैं केवल एक ही कार्य कर सकता था। मैंने टोकरी खरीद ली। उसने अपनी आँखें पोंछी, मुस्कराई और प्लेटफॉर्म से नीचे कूद गई तथा घास-फूस की झोपड़ी की ओर चल दी जिसके सदस्यों को आज रात को कम-से-कम 30 सैण्ट तो मिलेंगे ही।

मैंने यह कहानी प्रधानमन्त्री पं० जवाहरलाल नेहरू को सुनाई। मैंने उन्हें बताया कि यही एक कारण है जिससे मैं भारत से प्यार करने लगा।

मैंने भारत के लोगों को देखा, गाँव में रहने वालों को भी और ऊँचे पद वाले व्यक्तियों को भी, उनमें गौरव, शालीनता एवं उच्च नागरिकता की भावना थी। उनमें स्वतन्त्रता के प्रति बड़ी तीव्र इच्छा थी। इस सुन्दर बच्चे ने, जो गन्दे वातावरण और गरीबी में पैदा हुआ था तथा सही भाषा और आचरण से अनभिज्ञ था, मुझे भारत के लोगों की महान् भावना की झलक दे दी।

Understanding the Text

Explanations
Explain one of the following passages with reference to the context :
(1) The platforms were …………… spoke English.
Reference: These lines have been taken from the lesson ‘A Girl with a Basket’ written by W.C. Douglas. [ N.B.: The above reference will be used for all the explanations of this lesson.

Context: During his visit of India, the writer travelled from New Delhi to Ranikhet by train. In this lesson he describes his journey and experiences during this visit.

Explanation : In these lines the writer talks about the wayside platforms and the people walking there. On the platforms there were people of all religions and professions. Generally they were barefooted and wearing loose, white garments. About 33% people could speak English. The writer talked with them on current and major topics. In doing so he wanted to know their feelings.

(2) At one station …………… their desire. [2009]
Context: The writer was travelling from New Delhi to Ranikhet by train. He describes the scene of a railway station where the train halted.

Explanation: In these lines the writer says that the train stopped at a station. He was disturbed to talk with the people by a group of children who were selling their hand-woven baskets, fans, with simple designs and pattern. These children were of the people who had come from Pakistan after partition. They had no place to live and no business to earn living properly. They hold the baskets high, shouting words I did not know but understood their desire what they wanted.

(3) They were poor …………… where they let. [2012, 14,16]
Context : The writer was travelling from New Delhi to Ranikhet. At every stop he alighted and talked with the people on current topics. But at one station he was surrounded by some children selling baskets. These were refugee children.

Explanation : In these lines he is telling about these refugee children. The parents of these refugee children had to come to India at the time of partition due to religious fanaticism. When they started their journey, they were very poor and they had very little food and some other items. But their journey was very long and soon their food was exhausted. Now, they were hungry and became very weak. Due to weakness they fell on the way side and died.

(4) The children selling baskets …………… overcrowded.
Context: On his way to Ranikhet by train the writer was surrounded at a station by some children who were selling baskets and fans. The parents of these children were refugees who had to come to India from Pakistan at the time of partition.

Explanation : In these lines the writer says that the children selling baskets were the sons and daughters of these refugees. These people were very poor. So they gathered in the cities for earning some money. They put the wooden stalls on both sides of the roads. They made simple articles and sold them in the market. There were already many shops. Yet they earned some money for their living by selling their articles cheaper.

(5) One hundred dollar …………… market they had seen. [2014]
Context : On a platform the writer was surrounded by children selling baskets. These were the sons and daughters of refugees who had come to India from Pakistan at the time of partition. They were very poor and earned some money by selling simple articles made by their own hands.

Explanation : In these lines the writer has estimated the income of these children and wonders how they could meet the expenses of their living. Their income was not more than two dollars a week and that was by selling the hand-made baskets. The buyers of these baskets were also poor people living there. The writer was a foreigner, an American. So the children thought him a good customer of their articles and so they surrounded him on all sides like locusts to sell their articles.

(6) I was a prisoner …………… any heart. [2009, 11,17,18]
Context : At one station the writer was surrounded with many children selling baskets and fans. These were refugee children. The writer liked these baskets very much. He bought a tiny basket, a fruit basket, a waste paper basket, sewing basket and few fans.

Explanation : At one of the stations many children surrounded the writer. They were selling baskets and fans. The writer felt as if he were a prisoner. He could not move because every child was pressing him to purchase his basket. Among these children there was a beautiful girl of nine years. She had a beautiful basket and demanded a rupee and a half for it. She was very sincere but looked very miserable. Everybody would have felt pity on her.

(7) My arms were full …………… back to me.
Context : At one station the writer was surrounded by many little children who were selling hand-woven baskets and fans. These were refugee children. He bought a tiny basket, a fruit basket, a waste paper basket, a lovely sewing basket and a few fans. His hands were filled. Just then a beautiful girl of nine came and stood before him. She had a lovely basket and wanted a rupee and a half for it. She begged the author to buy it.

Explanation : The writer did not want to buy any more basket as his hands were already full. In order to get rid of the girl, he took out a handful of change (coins) and dropped into the basket of the girl as a gratuity. He tried to convince the girl that he could not buy any more basket. But the writer soon realised that he had done a great offence. The girl had a great sense of self-respect. She took it as an insult. She did not take the money as gift. She was poor and dressed in rags. She was on the point of starvation. Despite her poverty, she kept up her dignity, and returned the money to the writer.

(8) I realized at once …………… that night.
Context : Among the little children selling the baskets, there was a nine year old beautiful girl. She had a lovely basket with a handle. She wanted a rupee and a half for it. But the writer had no need of any more basket. So, he put about 15 cents in her basket as a substitute. But soon the writer realised that he had done a great offence.

Explanation : The writer was not in need of any more basket. So, he gave her fifteen cents as a gratuity. But soon the writer felt that he had done a great mistake. The child was wearing torn clothes and was almost starving. But she did not lose her dignity and self-respect. She at once returned the money to the writer. The writer guessed the matter and purchased the basket. This little child was infact the symbol of grace and dignity of the people of India. The writer was very much impressed by the high character of Indians.

(9) I told this story …………… and citizenship.
Context : A little girl wanted to sell a basket to the writer which he did not need. But just to oblige the girl he put some coins in the basket of that girl which she did not accept and returned with pride and grace.

Explanation : The author narrated the story of the little basket girl to Pt. Nehru, the Prime Minister of India. The author admits that the sense of pride and graciousness displayed by the little girl had charmed him and he started loving India on that account. The writer further admits that Indian people at large, from the simple villager to the person working in big office, have displayed self-respect and flair for brisk fairness and citizenship.

(10) The people I …………… soul of India. (2015, 16, 17, 18)
Context : Some small children at a station were selling baskets and fans. The writer bought some baskets from them. Now he needed no more basket. At the same time a nine-year old girl pressed him to buy her basket also. But the writer gave her fifteen cents as gratuity. That girl returned it to the writer. The writer was much impressed by her grace and dignity.

Explanation : In these lines the writer sums up his views about Indians. The writer noted that Indians had a high sense of self-respect, dignity and citizenship. They were sincere, honest and hard working. He found these qualities in the people of rural as well as urban areas. The Indians were very anxious for their independence also. Even the poor people were honest. They earned money only by working hard. The little girl was the symbol of all these things.

Short Answer Type Questions

Answer one of the following questions in not more than 30 words:
Question 1.
Where was the writer going ? From where did he start ? How did he travel ?
(लेखक कहाँ जा रहा था ? वह कहाँ से चला ? उसने कैसे यात्री की ?)
Answer :
The writer was going from New Delhi to Ranikhet, a hill station on the Himalayas. He travelled upto Bareilly by train and then by car to Ranikhet. (लेखक नई दिल्ली से रानीखेत जा रहा था जो हिमालय पर्वत का एक पहाड़ी स्थान है। वह बरेली तक रेलगाड़ी से और फिर रानीखेत तक कार से गया।)

Question 2.
Give a brief description of the train W. C. Douglas was travelling by.
(उस रेलगाड़ी का वर्णन कीजिए जिससे डब्ल्यू० सी० डगलस यात्रा कर रहे थे।)
Answer :
The train by which W. C. Douglas was travelling was a slow moving train and stopped at all the way stations. (वह गाड़ी जिससे डब्ल्यू० सी० डगलस यात्रा कर रहे थे, एक धीमी चलने वाली गाड़ी थी और रास्ते के सभी स्टेशनों पर रुकती थी।)

Question 3.
What did the writer do to get a feel of the pulse of the nation? [2013]
(लेखक ने लोगों की भावनाओं को जानने के लिए क्या किया ?)
Or
What did the writer do at every stoppage ? Why?
(प्रत्येक स्टेशन पर लेखक क्या करता था ? क्यों ?)
Answer :
William C. Douglas got down from his compartment at every stoppage. He talked to the people of every class to get a feel of the pulse of the nation.
(गाड़ी के रुकने के प्रत्येक स्थान पर लेखक अपने डिब्बे से उतरता था। वह उनकी भावनाओं को जानने के लिए प्रत्येक वर्ग के लोगों से बातचीत करता था।)

Question 4.
Describe the things and scenes the writer saw on his way from New Delhi to Ranikhet.
(उन वस्तुओं एवं दृश्यों का वर्णन कीजिए जो लेखक ने नई दिल्ली से रानीखेत जाते समय रास्ते में देखे।)
Answer :
On his way from Delhi to Ranikhet the writer saw platforms over-crowded with the people of all castes and trades, the rich plains of Ganga, deep thick forests with wild animals and houses made of mud walls.
(दिल्ली से रानीखेत जाते हुए लेखक ने प्रत्येक जाति तथा प्रत्येक व्यापार के लोगों से भरे प्लेटफॉर्म देखे. गंगा का उपजाऊ मैदान देखा और जंगली जानवरों से भरे हुए घने जंगल देखे तथा मिट्टी की दीवारों से बने मकान देखे।)

Question 5.
What disturbed the continuity of the writer’s conversation at one of the stations ?
(लेखक के लोगों से वार्तालाप को एक स्टेशन पर किस बात ने भंग किया ?)
Answer :
At one of the stations a group of young refugee children, who were selling hand-made baskets and fans, disturbed the continuity of the writer’s conversation.
(एक स्टेशन पर छोटे बच्चों के एक समूह ने, जो हाथ से बनी टोकरियाँ एवं पंखे बेच रहे थे, लेखक के वार्तालाप को भंग कर दिया।)

Question 6.
Who were these children selling baskets ? What information does the writer give you about them ? [2012, 16, 18]
(टोकरी बेचने वाले बच्चे कौन थे ? उनके विषय में लेखक आपको क्या जानकारी देता है ?)
Answer :
These children selling baskets were refugee children. They were the sons and daughters of the people who were compelled to run away from Pakistan at the time of partition.
(टोकरी बेचने वाले बच्चे थे। वे उन लोगों के बेटे-बेटियाँ थे जिन्हें विभाजन के समय विवश होकर पाकिस्तान से भागना पड़ा।)

Question 7.
What was the pitiable condition (plight) of the refugees ? What were they doing for a living ? (2018)
(शरणार्थियों की दशा कैसी थी ? अपनी आजीविका चलाने के लिए वे क्या कर रहे थे ?)
Answer :
The condition (plight) of refugees was very pitiable. For a living they were making simple articles and selling them in the market.
(शरणार्थियों की दशा बड़ी दयनीय थी। आजीविका चलाने के लिए वे छोटी-छोटी वस्तुएँ बनाते थे और उन्हें बाजार में बेचते थे।)

Question 8.
What facts did the writer discover about the peasant refugees ?
(लेखक ने किसान शरणार्थियों के विषय में क्या सत्य खोजे ?)
Answer :
The writer discovered that the income of the peasant refugees was very low. They could hardly earn one square meal a day. (लेखक ने पाया कि किसान शरणार्थियों की आमदनी बहुत कम थी और बड़ी मुश्किल से दो समय की रोटी के लिए धन कमा पाते थे।)

Question 9.
What is an average annual income of an agricultural family as given by William C. Douglas ? ? [2016]
(विलियम सी० डगलस के अनुसार एक किसान परिवार की औसत सालाना आमदनी कितनी थी?)
Answer :
According to William C. Douglas the average annual income of an agricultural family was not more than 100 dollars. (William C. Douglas
(के अनुसार एक किसान परिवार की औसत सालाना आमदनी एक सौ डालर से अधिक नहीं थी।)

Question 10.
Why did the refugee children descend like locusts on the writer ?
(शरणार्थी बच्चे लेखक पर टिड्डी दल के समान क्यों टूट पड़े ?) [2015, 18]
Answer :
The refugee children thought that the writer was a rich man. He would buy articles of many children. So they descended on him like locusts.
(शरणार्थी बच्चों ने सोचा कि लेखक एक धनी व्यक्ति है। वह अधिक बच्चों की वस्तुएँ खरीद लेगा। इसलिए वे टिड्डी दल के समान उस पर टूट पड़े।)

Question 11.
What things did the author William C. Douglas buy from the refugee children so that his arms were full ?
(लेखक विलियम सी० डगलस ने शरणार्थी बच्चों से ऐसी कौन-सी वस्तुएँ खरीद लीं कि उसके हाथ भर गए ?)
Answer :
The author William C. Douglas bought from the refugee children many articles as a sewing basket, a wastepaper basket, a fruit basket and few fans, etc. So, his arms were full.
(लेखक ने शरणार्थी बच्चों से बहुत-सी वस्तुएँ खरीदीं; जैसे-एक सिलाई की टोकरी, एक रद्दी की टोकरी, एक फलों की टोकरी, कुछ पंखे आदि। इसलिए उसके हाथ भर गए।)

Question 12.
Which vendor among the children drew the writer’s attention most and why ?
(कौन-से फेरी वाले बच्चे ने लेखक का सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया और क्यों ?)
Answer :
A nine year old beautiful girl drew the writer’s attention most because she was earnestly pleading and begging with tears in her eyes.
(नौ वर्ष की एक सुन्दर लड़की ने लेखक का ध्यान अधिक आकर्षित किया, क्योंकि वह बड़ी ईमानदारी से अपने सामान की प्रशंसा कर रही थी तथा आँखों में आँसू भरकर प्रार्थना कर रही थी।)

Question 13.
What made the writer realise that he had given offence by extending the gratuity to the girl as a substitute for not buying the basket ?
(किस बात से लेखक को यह अनुभव हुआ कि उसने टोकरी न खरीदकर और बदले में एक उपहार देकर उस लड़की के साथ अनुचित व्यवहार किया है ?)
Answer :
The girl returned the gratuity. So the writer felt that the girl was hard-working and self-respecting. So, he realised that he had given offence by extending the gratuity to the girl as a substitute for not buying the basket.
(लड़की ने दान लौटा दिया। इसलिए लेखक जान गया कि लड़की परिश्रमी और स्वाभिमानी है। इसलिए उसने यह अनुभव किया कि टोकरी न खरीदकर तथा लड़की को उसके बदले में उपहार देकर उसने अनुचित कार्य किया है।)

Question 14.
What forced the writer to buy the little girl’s basket ? [2012, 18]
(कौन-सी बात ने लेखक को छोटी लड़की की टोकरी खरीदने के लिए विवश कर दिया?)
Answer :
The little girl returned the gratuity given by the writer. So he was forced to buy her basket.
(छोटी लड़की ने लेखक के द्वारा दिए हुए दान को लौटा दिया। अत: लेखक उसकी टोकरी खरीदने के लिए विवश हो गया।)

Question 15.
Why did millions of people leave Pakistan for India ? (2012, 14, 17]
(लाखों व्यक्तियों ने भारत आने के लिए पाकिस्तान क्यों छोड़ा?)
Or
What misery did partition between India and Pakistan cause to the people ? [2016]
(भारत और पाकिस्तान के बीच बँटवारे ने लोगों को किस मुसीबत में डाल दिया ?)
Answer :
At the time of partition millions of people left Pakistan for India due to fear of religious fanaticism. They became homeless and penniless.
(विभाजन के समय लाखों व्यक्तियों ने धर्मान्धता के कारण भारत आने के लिए पाकिस्तान को छोड़ दिया। वे बिना घरबार के और बिना पैसे के हो गए।)

Question 16.
Why did the writer fall in love with India 3 [2013, 18]
(लेखक भारत से प्रेम क्यों करने लगा ?)
Answer :
The writer found that the people of India were proud and gracious even in poverty. This was the reason he loved India.
(लेखक ने पाया कि भारत के लोग गरीबी में भी स्वाभिमान और शालीनता से भरपूर हैं। यही कारण था कि वह भारत से प्रेम करता था।)

Question 17.
What did the writer think about the people of India ? What picture of our country and the people as a whole did he carry back in his mind ? [2013]
(लेखक ने भारत के लोगों के विषय में क्या सोचा ? वह हमारे देश एवं देश के लोगों की अपने मस्तिष्क में क्या छवि लेकर गया ?)
Or
What does the writer W. C. Douglas say in praise of the people of India ? (2011)
(भारत के लोगों की प्रशंसा के विषय में लेखक डगलस क्या कहते हैं ?)
Answer :
The writer thought that the people of India were self-respecting and very gentle. They preferred starvation to begging.
(लेखक ने सोचा कि भारत के लोग स्वाभिमानी और बड़े सज्जन हैं। वे भीख माँगने के बजाय भूख से मर जाना अधिक पसन्द करते हैं।)

Question 18.
What was the story told to the Prime Minister by William C. Douglas ? [2013]
(विलियम सी० डगलस ने प्रधानमंत्री को कौन-सी कहानी सुनाई ?)
Answer :
The story of the nine year old child who handed the money back to the author was told to the Prime Minister.
(उस नौ वर्ष की बच्ची की कहानी, जिसने लेखक को उसका धन वापिस कर दिया था, प्रधानमंत्री को सुनाई ” गई थी।)

Vocabulary

Choose the most appropriate word or phrase that best completes the sentence:
1. I would ask at least three people before I could find one who English.
(a) knew
(b) understood
(c) spoke
(a) liked

2. In this way I was trying to get a feel of the pulse of the nation, checking opinion …………… official attitudes and reports.
(a) for
(b) about
(c) in favour of
(d) against

3. That day the pumpkin vines that grew over them were in bloom …………… streaks of yellow over drab walls…
(a) trailing
(b) following
(c) moving
(d) running

4. At one station my routine of talking with the people was ……………
(a) checked
(b) interrupted
(c) disturbed
(d) ended

5. Nine million people left Pakistan and came to India driven by the fear of religious ……………
(a) feelings
(b) madness
(c) fanaticism
(d) enthusiasm

6. I, an American, was …………… the most promising market they had seen. [2018]
(a) doubtless
(b) certainly
(c) necessarily
(d) definitely

7. She pleaded and begged in tones that would …………… any heart. [2012, 15, 18]
(a) wring
(b) move
(c) melt
(d) affect

8. …………… baskets and fans on my left arm, I reached into my right coat pocket and got a handful of change.
(a) Keeping
(b) Hanging
(c) Balancing
(d) Putting

9. Imploringly means ……………
(a) sincerely
(b) earnestly
(c) honestly
(d) requestingly

10. She wiped her eyes, smiled and …………… down the platform, headed for some grass
hut that would have at least thirty cents the night.
(a) jumped
(b) ran
(c) dashed
(d) fell

11. The children selling baskets were sons and daughters of these …………… [2015, 16]
(a) refugees
(b) labourers
(c) peasants
(d) prisoners

12. The people of India have a …………… for independence. [2015, 17, 18]
(a) desire
(b) idea..
(c) passion
(d) wish

13. I was going as far as Bareilly …………… train. [2018]
(a) buy
(b) by
(c) bye
(d) bay

14. It was a …………… porter giving me a hint that this was my station.
(a) healthy
(b) handsome
(c) friendly
(d) cruel

15. The most …………… , aggressive vendor was a beautiful girl of nine right in front of me. [2010, 18]
(a) lazy
(b) diligent
(c) intelligent
(d) carefree

16. That, no doubt is the reason these little children descended on me like …………… [2010]
(a) clouds
(b) birds
(c) locusts
(d) flies

17. My arms were …………… and I had not spent fifty cents. [2014, 16, 18]
(a) tied
(b) filled
(c) empty
(d) vacant

18. I bought one …………… basket for a few annas. [2014]
(a) small
(b) great
(d) big

19. The average …………… labourer makes thirty cents a day or less than two dollars a week. [2016, 18]
(a) unskilled
(b) diligent
(c) trained
(d) aggressive

20. I realized at once what …………… I had given. [2018]
(a) favour
(b) rewardl
(c) insult
(d) offence

Answers :
1. (c), 2. (d), 3. (a), 4. (b), 5. (c), 6. (a), 7. (a), 8. (c), 9. (b), 10. (C), 11. (a), 12. (c), 13. (b), 14. (c), 15. (b), 16. (c), 17. (b), 18. (c), 19. (a), 20. (d).

We hope the UP Board Solutions for Class 12 English Prose Chapter 1 A Girl with a Basket help you.

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