UP Board Solutions for Class 12 Geography Chapter 1 Population: Distribution, Density, Growth and Composition (जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि एवं संघटन)

By | May 29, 2022

UP Board Solutions for Class 12 Geography Chapter 1 Population: Distribution, Density, Growth and Composition (जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि एवं संघटन)

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UP Board Class 12 Geography Chapter 1 Text Book Questions

UP Board Class 12 Geography Chapter 1 पाठ्यपुस्तक से अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चनिए
(i) सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या निम्नलिखित में से कौन-सी है
(क) 102.8 करोड़
(ख) 318.2 करोड़
(ग) 328.7 करोड़
(घ) 121 करोड़ा
उत्तर:
(घ) 121 करोड़।

(ii) निम्नलिखित राज्यों में से किस एक में जनसंख्या का घनत्व सर्वाधिक है
(क) पश्चिम बंगाल
(ख) केरल
(ग) उत्तर प्रदेश
(घ) पंजाब।
उत्तर:
(क) पश्चिम बंगाल।

(iii) सन् 2011 की जनगणना के अनुसार निम्नलिखित में से किस राज्य में नगरीय जनसंख्या का अनुपात सर्वाधिक है
(क) तमिलनाडु
(ख) महाराष्ट्र
(ग) केरल
(घ) गोवा।
उत्तर:
(ख) महाराष्ट्र

(iv) निम्नलिखित में से कौन-सा एक समूह भारत में विशालतम भाषाई समूह है
(क) चीनी-तिब्बती
(ख) भारतीय-आर्य
(ग) आस्ट्रिक
(घ) द्रविड़।
उत्तर:
(ख) भारतीय-आर्य।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें
(i) भारत के अत्यन्त उष्ण एवं शुष्क तथा अत्यन्त शीत व आर्द्र प्रदेशों में जनसंख्या का घनत्व निम्न है। इस कथन के दृष्टिकोण से जनसंख्या के वितरण में जलवायु की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या के वितरण पर जलवायु का गहरा प्रभाव पड़ता है। राजस्थान के अत्यन्त उष्ण व शुष्क प्रदेश; जम्मू कश्मीर, उत्तराखण्ड, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश के अन्तर्गत शीत तथा मेघालय के अत्यन्त आर्द्र प्रदेशों में जलवायु के अनुकूल न होने के कारण जनसंख्या का घनत्व निम्न है।

(ii) भारत के किन राज्यों में विशाल ग्रामीण जनसंख्या है? इतनी विशाल ग्रामीण जनसंख्या के लिए उत्तरदायी एक कारण को लिखिए।
उत्तर:
भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान आदि राज्यों में विशाल ग्रामीण जनसंख्या है, क्योंकि इन राज्यों में उपजाऊ मिट्टी, अनुकूल जलवायु तथा सिंचाई की सुविधा के कारण कृषि व्यवसाय को ठोस आधार प्राप्त है।

(iii) भारत के कुछ राज्यों में अन्य राज्यों की अपेक्षा श्रम-सहभागिता ऊँची क्यों है?
उत्तर:
भारत के कुछ राज्यों में सहभागिता-दर अपेक्षाकृत ऊँची है, क्योंकि निर्वाह अथवा लगभग निर्वाह की आर्थिक क्रियाओं के निष्पादन के लिए अनेक कामगारों की आवश्यकता होती है।

(iv) “कृषि सेक्टर में भारतीय श्रमिकों का सर्वाधिक अंश संलग्न है।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार कुल श्रमजीवी जनसंख्या का लगभग 54.6 प्रतिशत कृषक और कृषि मजदूर हैं, अत: कृषि सेक्टर में भारतीय श्रमिकों का सर्वाधिक अंश संलग्न है। इसका कारण यह है कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का मूल आधार है।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें
(i) भारत में जनसंख्या के घनत्व के स्थानिक वितरण की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत में जनसंख्या के घनत्व का स्थानिक वितरण
2011 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी हैं। 1951 ई० में जनसंख्या का घनत्व 117 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से बढ़कर 2011 में 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी होने से पिछले 50 वर्षों में 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से अधिक उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।
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राज्य स्तर पर जनसंख्या के घनत्व में बहुत अधिक विषमताएँ पायी जाती हैं। अरुणाचल प्रदेश में जनसंख्या का घनत्व केवल 17 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है, जबकि बिहार में यह घनत्व 1102 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी (सर्वाधिक) है। केन्द्रशासित प्रदेशों में दिल्ली का जनसंख्या घनत्व सर्वाधिक 11,320 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है, जबकि अण्डमान तथा निकोबार द्वीप समूह में जनसंख्या का घनत्व केवल 46 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।

बिहार के बाद पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक 1029 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी जनसंख्या घनत्व पाया जाता है। केरल (860), उत्तर प्रदेश (828), हरियाणा (573) तथा तमिलनाडु (555) अन्य अधिक घनत्व वाले . राज्य हैं।

प्रायद्वीपीय भारत के राज्य केरल का घनत्व 860 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है, जोकि सर्वाधिक है। केरल के बाद तमिलनाडु का स्थान है जहाँ 555 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी जनसंख्या का घनत्व पाया जाता है। पर्यावरण की विपरीत परिस्थितियों के कारण उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी भारत के राज्यों में जनसंख्या का घनत्व काफी कम है। उदाहरणतया, जनसंख्या का घनत्व मिजोरम में 52 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से मणिपुर में 122 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी तक है। असम, गुजरात, आन्ध्र प्रदेश, हरियाणा, झारखण्ड, ओडिशा आदि राज्यों में मध्यम जनसंख्या घनत्व पाया जाता है।

उपर्युक्त विवेचन से स्पष्ट है कि भारत में जनसंख्या के घनत्व का स्थानिक वितरण अत्यधिक असमानता लिए हुए है।

(ii) भारत की जनसंख्या के व्यावसायिक संघटन का विवरण दीजिए।
उत्तर:
भारत की जनसंख्या का व्यावसायिक संघटन–आर्थिक दृष्टि से भारत की जनसंख्या को तीन वर्गों या स्तरों में विभक्त किया जाता है
(1) मुख्य श्रमिक, (2) सीमान्त श्रमिक और (3) अश्रमिक।
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में श्रमिकों (मुख्य और सीमान्त दोनों) का अनुपात 39.8 प्रतिशत है, जबकि 60 प्रतिशत विशाल संख्या अश्रमिकों की है। यह एक अश्रमिक स्तर को इंगित करता है जिसमें एक बड़ा अनुपात आश्रित जनसंख्या का है।

राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में श्रमजीवी जनसंख्या का अनुपात गोवा में लगभग 39.6 प्रतिशत, दमन एवं दीव में लगभग 49.9 प्रतिशत सामान्य भिन्नता प्रदर्शित करता है। श्रमिकों की अपेक्षाकृत अधिक प्रतिशत वाले राज्य हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, छत्तीसगढ़, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मणिपुर और मेघालय हैं। केन्द्रशासित प्रदेशों में दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव की प्रतिभागिता दर उच्च है।
तालिका: भारत में श्रम शक्ति का सेक्टरवार संघटन, 2011
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तालिका में द्वितीयक और तृतीयक सेक्टरों की तुलना में प्राथमिक सेक्टर के श्रमिकों के एक बड़े अनुपात को दर्शाया गया है। कुल श्रमजीवी जनसंख्या का लगभग 54.6 प्रतिशत कृषक और कृषि मजदूर हैं, जबकि 3.8 प्रतिशत श्रमिक घरेलू उद्योगों में लगे हैं और 41.6 प्रतिशत अन्य श्रमिक हैं।

जहाँ तक देश की पुरुष और स्त्री जनसंख्या के व्यवसाय का प्रश्न है पुरुष श्रमिकों की संख्या तीनों ही सेक्टरों में स्त्री श्रमिकों से अधिक है।

पिछले कुछ दशकों में भारत के कृषि सेक्टर के श्रमिकों के अनुपात में उतार-चढ़ाव नजर आया है। परिणामस्वरूप द्वितीयक और तृतीयक सेक्टर में सहभागिता दर बढ़ी है। यह देश की अर्थव्यवस्था में सेक्टरीय स्थानान्तरण है।
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UP Board Class 12 Geography Chapter 1 Other Important Questions

UP Board Class 12 Geography Chapter 1 अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

विस्तृत उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
भारत में जनसंख्या के वितरण का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत में जनसंख्या का वितरण
भारत में जनसंख्या के वितरण के सम्बन्ध में (जनगणना-2011) निम्नलिखित विशेषताएँ उभरती हैं
(1) देश में सर्वाधिक जनसंख्या उत्तर प्रदेश (19.9 करोड़) में बसी हुई है। यहाँ पर भारत की 16 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या निवास करती है। इसके बाद क्रमश: महाराष्ट्र (11.23 करोड़), बिहार (10.40 करोड़), पश्चिम बंगाल (9.12 करोड़) तथा आन्ध्र प्रदेश एवं तेलंगाना (8.45 करोड़) का स्थान आता है। इन पाँच राज्यों में देश की लगभग आधी जनसंख्या (48.9%) रहती है।

(2) भारत की एक-चौथाई जनसंख्या दो राज्यों उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में रहती है।

(3) क्षेत्रफल की दृष्टि से देश के दो सबसे बड़े राज्य राजस्थान और मध्य प्रदेश हैं जिनका क्षेत्रफल देश के कुल क्षेत्रफल का क्रमश: 10.4 प्रतिशत और 9.37 प्रतिशत है, परन्तु इन राज्यों में भारत की केवल 5.6 प्रतिशत और 6.00 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।

(4) उत्तर प्रदेश, देश के कुल क्षेत्रफल के 7.26 प्रतिशत भाग पर स्थित है, जबकि इस राज्य में देश की 16.49 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।

(5) बिहार, देश के कुल क्षेत्रफल के 2.86 प्रतिशत भाग पर स्थित है, जबकि इस राज्य में देश की 8.58 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है।

(6) देश के 11 राज्यों और 6 केन्द्रशासित प्रदेशों में जनसंख्या उनके क्षेत्रफल की तुलना में अधिक है। परिणामस्वरूप इन राज्यों में प्रति इकाई क्षेत्रफल पर जनसंख्या का दबाव राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

(7) जम्मू-कश्मीर (1.04%), अरुणाचल प्रदेश (0.11%) और उत्तराखण्ड (0.84%) जैसे राज्यों की जनसंख्या का आकार इनके विशाल भौगोलिक क्षेत्र के बावजूद अत्यन्त छोटा है।

(8) हिमालयी लघु राज्य सिक्किम की जनसंख्या (6.07 लाख) भारत के सभी राज्यों की जनसंख्या से कम है जबकि दिल्ली की जनसंख्या (1.67 करोड़), जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या या सभी केन्द्रशासित प्रदेशों की संयुक्त जनसंख्या से भी अधिक है।
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प्रश्न 2.
भारत में जनसंख्या की वृद्धि की प्रावस्थाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत में जनसंख्या वृद्धि की प्रावस्थाएँ
भारत में जनसंख्या की वृद्धि वार्षिक जन्म-दर, मृत्यु-दर तथा प्रवास की दर के कारण हुई है और यह वृद्धि विभिन्न प्रवृत्तियों और प्रावस्थाओं को दर्शाती है। भारत के जनांकिकीय इतिहास को चार सुस्पष्ट प्रावस्थाओं में बाँटा जा सकता है
प्रावस्था ‘क’ – 1901 से 1921 की अवधि को भारत की जनसंख्या की वृद्धि की रुद्ध अथवा स्थिर प्रावस्था कहा जाता है, क्योंकि इस अवधि में वृद्धि-दर अत्यन्त निम्न थी। 1911-21 के दौरान जनसंख्या बढ़ने के स्थान पर 0.31 प्रतिशत कम हो गई।

प्रावस्था ‘ख’ – 1921-1951 के दशकों को जनसंख्या की स्थिर वृद्धि की अवधि के रूप में जाना जाता है, क्योंकि 1921 के बाद भारत की जनसंख्या में सामान्य वृद्धि होने लगी।

प्रावस्था ‘ग’ – 1951-1981 के दशकों को भारत में जनसंख्या-विस्फोट की अवधि के रूप में जाना जाता है। यह देश में मृत्यु-दर में तीव्र ह्रास और जनसंख्या की उच्च प्रजनन-दर के कारण हुआ। इस दौरान जनसंख्या की औसत वार्षिक वृद्धि दर 2.2 प्रतिशत तक उच्च रही और जनसंख्या दुगुनी हो गई।

प्रावस्था ‘घ’ – 1981 के बाद वर्तमान तक देश की जनसंख्या वृद्धि दर यद्यपि उच्च बनी रही, परन्तु मन्द गति से घटने भी लगी। इसका अभिप्राय यह नहीं कि देश की कुल अथवा निरपेक्ष जनसंख्या घट गई। इसका अभिप्राय केवल यह है कि जनसंख्या बढ़ने की गति पर थोड़े ब्रेक लग गए। लोग तो बढ़े लेकिन कम गति से।

प्रश्न 3.
किशोर जनसंख्या की चुनौतियों और युवा नीति का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारत में 10 से 19 आयु वर्ग ‘किशोर जनसंख्या’ कहलाती है। देश में किशोरों की जनसंख्या का बढ़ता अनुपात जनसंख्या वृद्धि का महत्त्वपूर्ण पक्ष है। किशोर जनसंख्या उच्च सम्भावनाओं से युक्त युवा जनसंख्या समझी जाती है। वे आने वाले कल के ‘उत्पादक’ हैं।
किशोर जनसंख्या की चुनौतियाँ
भारत में किशोर जनसंख्या की प्रमुख चुनौतियाँ निम्नलिखित हैं

  • विवाह की निम्न आयु
  • निरक्षरता
  • स्कूली शिक्षा का बीच में छूट जाना
  • पोषक व सन्तुलित भोजन का न मिलना
  • किशोरी माताओं में उच्च मातृ मृत्यु-दर
  • एड्स संक्रमण की उच्च दरें
  • शारीरिक व मानसिक अपंगता,
  • मदिरापान व धूम्रपान आदि।

राष्ट्रीय युवा नीति
किशोरों की उपर्युक्त चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने 2003 में राष्ट्रीय युवा नीति को लागू किया। इस नीति के प्रमुख ध्येय निम्नलिखित हैं

  • भारत की विशाल युवा और किशोर जनसंख्या का समग्र विकास सुनिश्चित करना ताकि वे देश के रचनात्मक विकास में अपने उत्तरदायित्वों को निभा सकें।
  • इस वर्ग की जनसंख्या को उपयुक्त शिक्षा प्रदान करना ताकि उनमें विवेक उत्पन्न हो।
  • किशोरों व युवाओं के गुणों का बेहतर मार्गदर्शन और सही उपयोग किया जा सके।
  • निर्णय लेने में युवाओं की प्रभावी सहभागिता हो और वे स्वयं भी सुयोग्य नेतृत्व दे सकें।
  • पुरुषों और महिलाओं की स्थिति में समता लाने के लिए महिलाओं के सशक्तीकरण पर विशेष बल देना।

प्रश्न 4.
जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले भौतिक कारकों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक
उच्चावच, जलवायु, मृदा तथा खनिज संसाधनों की सुलभता जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले प्रमुख भौतिक कारक हैं। पर्याप्त वर्षा प्राप्त करने वाली अथवा सुविकसित सिंचाई की सुविधाओं वाली गहरी, उपजाऊ समतल भूमि पर प्रायः सघन जनसंख्या पायी जाती है। यह इन्हीं कारकों का असर है कि उत्तर भारत के मैदानों, डेल्टाओं और तटीय मैदानों में जनसंख्या का अनुपात. दक्षिणी और मध्य भारत के राज्यों के आन्तरिक जिलों; हिमालय, उत्तर-पूर्वी और पश्चिमी कुछ राज्यों की अपेक्षा अधिक है। सामान्यतः ऊबड़-खाबड़ पर्वतीय क्षेत्र तथा जलविहीन रेतीली व पथरीली भूमि जनसंख्या के जमाव को प्रोत्साहित नहीं करती। फिर भी सिंचाई के विकास (राजस्थान) और खनिज एवं ऊर्जा संसाधनों की उपलब्धता (झारखण्ड) और परिवहन तन्त्र के विकास (प्रायद्वीपीय राज्य) की वजह से उन क्षेत्रों में जहाँ कभी जनसंख्या कम पायी जाती थी, वहाँ अब मध्यम से उच्च जनसंख्या घनत्व पाया जाता है।

प्रश्न 5.
1951-1981 के दशकों में भारत में जनसंख्या-विस्फोट के कारणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
1951-1984 के दशकों में भारत में जनसंख्या विस्फोट के कारण
1951-1981 के दशकों में भारत में जनसंख्या विस्फोट के प्रमुख कारण निम्नलिखित थे
(1) स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद यही वह अवधि थी, जिसमें केन्द्रीकृत नियोजन प्रक्रिया के माध्यम से विकासात्मक कार्यों को आरम्भ किया गया। कृषि और उद्योग खण्डों के विकास, रोजगार में वृद्धि, चिकित्सा सुविधाओं की प्रगति और विस्तार तथा जन्म और मृत्यु-दर पर नियन्त्रण जैसी उपलब्धियों के कारण जनसंख्या तेजी से बढ़ने लगी।

(2) साठ के दशक में देश में आई हरित क्रान्ति से उपजी खाद्यान्नों में आत्म-निर्भरता से अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ। सुनिश्चित भोजन ने जीवन की दशाओं को उन्नत किया जिससे जनसंख्या की बेतहाशा वृद्धि हुई।

(3) इसी अवधि में तिब्बतियों, नेपालियों, बंगलादेशियों और पाकिस्तान से आने वाले लोगों के बढ़ते अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास के कारण भी भारत की जनसंख्या में वृद्धि हुई।

(4) सन् 1971 के बाद, शिक्षा के प्रचार-प्रसार के प्रभाव तथा चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार से जनसंख्या की वृद्धि दर में कुछ-कुछ कमी आने लगी। सन् 1981 में जनसंख्या की वृद्धि-दर हल्की-सी घटकर 24.66 प्रतिशत रह गई। इसे ‘प्रजनन प्रेरित वृद्धि’ कहा गया है।

लघ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
भारत में आर्थिक कारक किस प्रकार जनसंख्या वितरण के प्रतिरूप को निर्धारित करते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आर्थिक कारकों में द्वितीयक तथा तृतीयक आर्थिक क्रियाएँ शामिल होती हैं। तकनीकी ज्ञान भी आर्थिक कारकों का एक प्रमुख अंग है; इसलिए जहाँ भी इस प्रकार की क्रियाओं पर विकास निर्भर होता है वहाँ अधिक जनसंख्या निवास करती है। औद्योगिक क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र इसी कारण अधिक घने बसे होते हैं; जैसे—मुम्बई, कोलकाता, दिल्ली आदि, लेकिन जहाँ कृषि जैसी प्राथमिक क्रियाएँ अधिक पायी जाती हैं और उत्पादन अधिक मात्रा में होता है, वे क्षेत्र भी अधिक घने बसे होते हैं; जैसे—पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब आदि।

प्रश्न 2.
जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले जनांकिकीय कारक को समझाइए।
उत्तर:
जनांकिकीय कारक – जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले जनांकिकीय कारक तीन हैंप्रजनन दर, मृत्यु-दर और प्रवास। प्रजनन दर अधिक और मृत्यु-दर कम होने पर जनसंख्या की वृद्धि होती है। . आप्रवासन महानगरों व औद्योगिक क्षेत्रों में विशाल जनसंख्या के संकेन्द्रण का मुख्य कारक है।

प्रश्न 3.
जनसंख्या घनत्व और जनसंख्या वितरण के अध्ययन के महत्त्व को समझाइए।
उत्तर:
भारत एक विकासशील देश है जो जनांकिकी संक्रमण के विस्फोटक दौर से गुजर रहा है। देश में नई आर्थिक नीति के लागू होने के कारण रोजगार के अवसरों में क्षेत्रीय पुनर्वितरण की प्रवृत्ति चल रही है, इस कारण जनसंख्या का घनत्व और वितरण प्रारूप. भी गुणात्मक ढंग से परिवर्तित हो रहा है, अत: देश के योजनाबद्ध विकास के लिए जनसंख्या के वितरण और घनत्व का समुचित अध्ययन आवश्यक है।

प्रश्न 4.
जनसंख्या की धनात्मक एवं ऋणात्मक वृद्धि को समझाइए।
उत्तर:
धनात्मक वृद्धि – धनात्मक वृद्धि तब होती है जब दो समय बिन्दुओं के बीच जन्म-दर, मृत्यु-दर से अधिक हो या किसी अन्य देश से लोग आकर बस जाएँ।

ऋणात्मक वृद्धि – यदि दो समय बिन्दुओं के बीच जनसंख्या कम हो जाए तो ऋणात्मक वृद्धि कहते हैं। यह तब होती है जब जन्म-दर, मृत्यु-दर से कम हो या लोग विदेश में जा बसें।

प्रश्न 5.
जनसंख्या वृद्धि के घटक बताइए।
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि के दो घटक निम्नलिखित हैं
1. प्राकृतिक वृद्धि – दो समय बिन्दुओं में जन्म-दर और मृत्यु-दर के अन्तर से बढ़ने वाली जनसंख्या को उस क्षेत्र की प्राकृतिक वृद्धि कहते हैं।
प्राकृतिक वृद्धि = जन्म – मृत्यु

2. अभिप्रेरित वृद्धि – जनसंख्या वृद्धि के अभिप्रेरित घटकों जैसे प्रवास को किसी दिए गए क्षेत्र में लोगों के अन्तर्वर्ती और बहिर्वर्ती संचालन की प्रबलता द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है।

प्रश्न 6.
1901 से 1921 की अवधि को भारत की जनसंख्या की वृद्धि की स्थिर प्रावस्था क्यों कहा जाता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
1901 से 1921 की अवधि को भारत की जनसंख्या की वृद्धि की स्थिर प्रावस्था कहे जाने के कारण निम्नलिखित हैं

  • स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएँ निम्न-स्तरीय थीं
  • प्रथम विश्वयुद्ध में हजारों भारतीय काम आए
  • लगातार हो रही फसलों की खराबी से भी अनेक लोग भुखमरी का शिकार हो गए
  • निरक्षरता भी उच्च जन्म-दरों व मृत्यु-दरों के लिए उत्तरदायी थी।

प्रश्न 7.
1921 से 1951 के दशकों को भारत में जनसंख्या की स्थिर वृद्धि की अवधि के रूप में क्यों जाना जाता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
1921 से 1951 के दशकों को भारत में जनसंख्या की स्थिर वृद्धि की अवधि के रूप में जाना जाने के कारण निम्नलिखित हैं

  • इस अवधि में चिकित्सा विज्ञान में हुई उन्नति से अनेक महामारियों पर काफी हद तक काबू पा लिया गया।
  • परिवहन के साधनों के विकास ने अकाल-ग्रस्त क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुँचाने का कार्य आसान कर दिया।
  • कृषीय अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ।
  • जनसंख्या की वृद्धि दर 1941 में 1.42 से घटकर सन् 1951 में 1.33 प्रतिशत रह गई।

प्रश्न 8.
आर्थिक दृष्टि से भारत की जनसंख्या को कितने वर्गों में बाँटा जाता है?
उत्तर:
आर्थिक दृष्टि से भारत की जनसंख्या को तीन वर्गों या स्तरों में बाँटा जाता है

  • मुख्य श्रमिक – वह व्यक्ति है जो एक वर्ष में कम-से-कम 183 दिन कार्य करता है। देश की जनसंख्या में 30.5 प्रतिशत मुख्य श्रमिक हैं।
  • सीमान्त श्रमिक – वह व्यक्ति है, जो एक वर्ष में 183 दिनों से कम कार्य करता है। देश की जनसंख्या में 8.7 प्रतिशत लोग सीमान्त श्रमिक हैं।
  • अश्रमिक – अश्रमिक या गैर-कामगार वह व्यक्ति है जो वर्ष-भर अपनी आजीविका के लिए कोई कार्य नहीं करता।

प्रश्न 9.
स्त्रियों की निम्न सहभागिता के प्रमुख कारणों को समझाइए।
उत्तर:
स्त्रियों की निम्न सहभागिता के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं

  • संयुक्त परिवार का दायित्व और समय की कमी
  • स्त्रियों में शिक्षा का निम्न स्तर,
  • बारम्बार शिशु जन्म
  • बढ़ती जनसंख्या के कारण रोजगार के सीमित अवसर
  • महिलाओं को घर से बाहर न निकलने देने व उनकी कमाई न खाने जैसे रूढ़िवादी विचार।

प्रश्न 10.
भारत के उत्तर-पूर्वी और उत्तरी राज्यों में ग्रामीण जनसंख्या का कृषि पर दबाव अधिक क्यों है?
उत्तर:
उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी भारत में कृषि पर जनसंख्या का अधिक दबाव है। इसके निम्नलिखित कारण हैं

  • भारत के उत्तरी तथा उत्तर-पूर्वी राज्यों में ग्रामीण जनसंख्या आज भी लगभग 80 प्रतिशत है।
  • इन राज्यों में कृषि योग्य उपजाऊ भूमि है तथा पर्याप्त जलापूर्ति के कारण कृषि सम्भव है।
  • इन राज्यों में कृषि पर निरन्तर दबाव बढ़ता जा रहा है क्योंकि कृषि के अतिरिक्त इन भागों में रोजगार के अवसर कम हैं।

अतिलघ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
भारत में नियमित रूप से हर 10 वर्ष के बाद जनगणना कब से की जा रही है?
उत्तर:
भारत में नियमित रूप से हर 10 वर्ष के बाद जनगणना सन् 1881 से की जा रही है।

प्रश्न 2.
जनसंख्या को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक बताइए।
उत्तर:
जनसंख्या को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक हैं-उच्चावच, जलवायु, मृदा तथा खनिज संसाधन आदि।

प्रश्न 3.
जनसंख्या का घनत्व क्या है?
उत्तर:
जनसंख्या का घनत्व वह माप है जो किसी क्षेत्र की जनसंख्या व वहाँ के क्षेत्रफल के बीच आनुपातिक सम्बन्ध को व्यक्त करता है।

प्रश्न 4.
जनसंख्या घनत्व ज्ञात करने का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
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प्रश्न 5:
कायिक घनत्व ज्ञात करने का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
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प्रश्न 6.
कृषीय घनत्व ज्ञात करने का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
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प्रश्न 7.
जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि से क्या आशय है?
उत्तर:
यदि समय के दो बिन्दुओं के बीच जनसंख्या में वृद्धि होती है, तो इसे ‘जनसंख्या की धनात्मक वृद्धि’ कहते हैं।

प्रश्न 8.
जनसंख्या की ऋणात्मक वृद्धि से क्या आशय है?
उत्तर:
यदि समय के दो बिन्दुओं के बीच जनसंख्या में कमी होती है, तो इसे ‘जनसंख्या की ऋणात्मक . वृद्धि’ कहते हैं।

प्रश्न 9.
जनसंख्या की वृद्धि दर से क्या आशय है?
उत्तर:
दो समय बिन्दुओं के मध्य जनसंख्या में होने वाले शुद्ध परिवर्तन को ‘जनसंख्या की वृद्धि दर’ कहते हैं।

प्रश्न 10.
जनसंख्या वृद्धि के प्रकार बताइए।
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि के दो प्रकार हैं

  • धनात्मक वृद्धि एवं
  • ऋणात्मक वृद्धि।

प्रश्न 11.
किशोर जनसंख्या से जुड़ी प्रमुख समस्याएँ क्या हैं?
उत्तर:
किशोर जनसंख्या से जुड़ी प्रमुख समस्याएँ हैं

  • विवाह की निम्न आयु
  • निरक्षरता
  • स्कूली शिक्षा का बीच में छूट जाना
  • सन्तुलित भोजन न मिलना
  • शारीरिक व मानसिक अपंगता
  • मदिरापान व धूम्रपान आदि।

प्रश्न 12.
जनसंख्या संघटन क्या है?
उत्तर:
जनसंख्या संघटन, जनसंख्या भूगोल में अध्ययन का एक सुस्पष्ट क्षेत्र है जिसमें आयु व लिंग का विश्लेषण, निवास का स्थान, मानव जातीय लक्षण, जनजातियाँ, भाषा, धर्म, वैवाहिक स्थिति, साक्षरता और शिक्षा, न्यावसायिक विशेषताएँ आदि का अध्ययन किया जाता है।

प्रश्न 13.
निवास स्थान के आधार पर जनसंख्या कितने वर्गों में संयोजित होती है?
उत्तर:
निवास स्थान के आधार पर जनसंख्या दो वर्गों में संयोजित होती है

  • ग्रामीण एवं
  • नगरीय जनसंख्या।

प्रश्न 14.
किशोर जनसंख्या किसे कहते हैं?
उत्तर:
भारत में 10 से 19 वर्ष का आयु वर्ग किशोर जनसंख्या कहलाता है।

प्रश्न 15.
नगरीकरण से क्या आशय है?
उत्तर:
ग्रामीण जनसंख्या से नगरीय जनसंख्या में समाज के बदलने की प्रक्रिया को ‘नगरीकरण’ कहते हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
2011 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व कितना है
(a) 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
(b) 360 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
(c) 344 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी
(d) 316 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी।
उत्तर:
(a) 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी।।

प्रश्न 2.
जनगणना-2011 के अनुसार भारत में न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य है
(a) आन्ध्र प्रदेश
(b) अरुणाचल प्रदेश
(c) हरियाणा
(d) ओडिशा।
उत्तर:
(b) अरुणाचल प्रदेश।

प्रश्न 3.
जनगणना-2011 के अनुसार जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि दर है
(a) 1.64 प्रतिशत
(b) 1.18 प्रतिशत
(c) 0.92 प्रतिशत
(d) 2.22 प्रतिशत।
उत्तर:
(a) 1.64 प्रतिशत।

प्रश्न 4.
जनगणना-2011 के अनुसार किशोरों अर्थात् 10-19 वर्ष की आयु वर्ग का अंश है
(a) 20.9 प्रतिशत
(b) 18.4 प्रतिशत
(c) 24.8 प्रतिशत
(d) 28.2 प्रतिशत।
उत्तर:
(a) 20.9 प्रतिशत।

प्रश्न 5.
किशोरों के समक्ष प्रमुख चुनौती/समस्या है
(a) विवाह की निम्न आयु
(b) शारीरिक व मानसिक अपंगता
(c) औषध दुरुपयोग व मदिरा सेवन
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 6. भारत सरकार द्वारा युवा नीति कब प्रायोजित की गई
(a) सन् 2003
(b) सन् 2006
(c) सन् 2005
(d) सन् 2008.
उत्तर:
(a) सन् 2003.

प्रश्न 7.
जनसंख्या संघटन में अध्ययन किया जाता है
(a) निवास स्थान का
(b) जनजातियों का
(c) भाषा व धर्म का
(d) उपर्युक्त सभी का।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी का।

प्रश्न 8.
आधुनिक भारत के सन्दर्भ में कितनी भाषाएँ हैं
(a) 22
(b) 24
(c) 20
(d) 26
उत्तर:
(a) 22

प्रश्न 9.
जनगणना-2011 के अनुसार भारत में श्रमिकों का अनुपात है
(a) 39.8 प्रतिशत
(b) 34.2 प्रतिशत
(c) 30.8 प्रतिशत
(d) 27.3 प्रतिशत।
उत्तर:
(a) 39.8 प्रतिशत।

प्रश्न 10.
कुल श्रमजीवी जनसंख्या का लगभग कितना भाग कृषक और कृषि मजदूर है
(a) 54.6 प्रतिशत
(b) 56.2 प्रतिशत
(c) 52.6 प्रतिशत
(d) 50.5 प्रतिशत।
उत्तर:
(a) 54.6 प्रतिशत।

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