UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 29 गोपालकृष्ण गोखले (महान व्यक्तित्व)
UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 29 गोपालकृष्ण गोखले (महान व्यक्तित्व)
पाठ का सारांश
गोपालकृष्ण गोखले का जन्म 9 मई, 1866 ई० को रत्नागिरि के कोटलुक गाँव में हुआ। पिता कृष्णाराव और माता सत्यभामा सरल स्वभाव के थे। इन्होंने ही गोखले को देश के प्रति निष्ठा और विनम्रता जैसे गुणों की शिक्षा दी। कठिन परिस्थितियों में सादगी से विद्यार्थी जीवन बिताकर गोखले ने सन् 1884 ई० में मुम्बई के एलफिंस्टन कॉलेज से स्नातक परीक्षा पास की। अँग्रेजी भाषा पर इनका अधिकार था। गणित और अर्थशास्त्र पर भी इनकी अच्छी पकड़ थी। इतिहास के ज्ञान से इनके मन में स्वतन्त्रता और प्रजातन्त्र के प्रति निष्ठा उत्पन्न हुई।
सन 1885 ई० में इन्होंने पणे में अध्यापन कार्य शुरू किया। इन्होंने यह कार्य बीस वर्षों तक किया। गणित, अँग्रेजी, अर्थशास्त्र और इतिहास आदि सभी विषयों को पढ़ाने के कारण इन्हें जन्मजात प्राध्यापक कहा जाता था।
सन् 1886 ई० में इन्होंने समाज सेवा और राजनीति में प्रवेश किया। गोखले लोगों में राष्ट्रीयता जगाने के लिए शिक्षा को जरूरी मानते थे। गरीबों की स्थिति सुधारने के लिए इन्होंने सर्वेट ऑफ इण्डिया सोसाइटी’ की स्थापना की। इसके अधिकांश कार्यकर्ता स्नातक थे। आदिवासियों का उत्थान, बाढ़ व अकाल पीड़ितों की मदद, स्त्रियों को शिक्षित और विदेशी शासन से मुक्ति के लिए संघर्ष करना, इस संस्था के मुख्य उद्देश्य थे।
सन् 1887 ई० में ये महादेव गोविन्द रानाडे के शिष्य बने। इन्होंने सामाजिक जीवन में इन्हें 15 वर्षों तक शिक्षित किया। महात्मा गांधी जी ने गोखले को अपना राजनैतिक गुरु माना। गांधी जी ने गोखले से स्वराज्य प्राप्ति का तरीका सीखा।।
सन् 1889 ई० में गोखले कांग्रेस में शामिल हुए। सन् 1905 ई० में ये इंग्लैंड गए और वहाँ भारत के पक्ष को प्रभावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया।
समाज सेवा करना गोखले के जीवन का परम लक्ष्य था। इन्होंने 1898 ई० में मुम्बई में प्लेग पीड़ितों की सेवा की; साम्प्रदायिक सद्भाव बढ़ाने के प्रयत्न किए। मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगवाने का यत्न किया, भारतीय को अधिक नौकरी देने, सैनिक व्यय कम करने और नमक कर घटाने की माँग की। इन्होंने नि:शुल्क अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा, कृषि और वैज्ञानिक शिक्षा और अकाल राहत कोष के सही प्रयोग के लिए सरकार पर दबाव डाला।। सन् 1912 ई० में ये दक्षिण अफ्रीका गए। इन्होंने वहाँ की सरकार से जातीय भेदभाव को समाप्त करने का आग्रह किया। 19 फरवरी, सन् 1915 को इनका निधन हो गया। अपने कार्यों और आदर्शों के लिए ये सदा अमर रहेंगे।
अभ्यास-प्रश्न
प्रश्न 1:
गोखले की दृष्टि में समाज में राष्ट्रीयता की भावना जाग्रत् करने के लिए सर्वोपरि आवश्यकता क्या थी?
उत्तर:
गोखले की दृष्टि में समाज में राष्ट्रीयता की भावना जाग्रत् करने के लिए शिक्षा सर्वोपरि आवश्यकता थी।
प्रश्न 2:
गांधी जी ने गोपालकृष्ण गोखले को राजनैतिक गुरु क्यों माना?
उत्तर:
गांधी जी ने गोखले को राजनैतिक गुरु माना; क्योंकि उन्होंने गोखले से स्वराज प्राप्ति का तरीका सीखा।।
प्रश्न 3:
केवल एक गोखले से हमारी रूह काँपती है। उसके जैसे बीसियों और बन रहे हैं अब हम क्या करेंगे ? गोखले के बारे में यह टिप्पणी क्यों की गई ?
उत्तर:
गरीबों की स्थिति में सुधार के लिए सन् 1905 में गोखले ने सर्वेन्ट्स ऑफ इण्डिया सोसाइटी की स्थापना की। शीघ्र ही यह संस्था समाज सेवा करने को तत्पर युवा और उत्साही कार्य कर्ताओं का प्रशिक्षण स्थल बन गया। इसमें अधिकांश कार्यकर्ता स्नातक थे। इस संस्था के प्रमुख कार्य आदिवासियों का उत्थान करना, बाढ़ व अकाल पीड़ितों की मदद करना, स्त्रियों को शिक्षित करना और विदेशी शासन से मुक्ति के लिए संघर्ष करना आदि थे। कार्यकताओं पर गोखले को अच्छा प्रभाव था। इसी लिए गोखले के बारे में उक्त टिप्पणी की गई।
प्रश्न 4:
गोखले ने किन बातों के लिए सरकार पर बराबर दबाव बनाए रखा ?
उत्तर:
नि:शुल्क एवं अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा को प्रारंभ करने, कृषि तथा वैज्ञानिक शिक्षा को बढ़ावा देने, तथा अकाल, राहत कोष का सही ढंग से इस्तेमाल करने हेतु सरकार पर बराबर दबाव बनाए रखा।
प्रश्न 5:
अलीगढ़ कॉलेज पहुँचने पर गोखले का स्वागत वहाँ के छात्रों ने किस प्रकार किया ?
उत्तर:
अलीगढ़ कॉलेज पहुँचने पर वहाँ के छात्रों ने उनके बग्घी से घोड़े हटा दिए और स्वयं बग्घी में जुत गए और बग्घी को खींचते हुए गोखले जिन्दाबाद’ के नारे लगाते हुए स्ट्रीची हॉल तक ले गए।
प्रश्न 6:
सही (✓) अथवा गलत (✘) का चिह्न लगाइए (चिह्न लगाकर )
(क) गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म मानावाला गाँव में हुआ। (✘)
(ख) गोखले का अँग्रेजी भाषा पर असाधारण अधिकार था। (✓)
(ग) गोखले सफल शिक्षक थे। (✓)
(घ) गोपाल कृष्ण गोखले इंग्लैंड में भारत की सही तस्वीर प्रस्तुत नहीं कर पाए। (✘)
(ङ) गोखले कृषि तथा वैज्ञानिक शिक्षा की आवश्यकता पर बल देते थे। (✓)
प्रश्न 7:
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए ( पूर्ति करके)
(क) गोपालकृष्ण गोखले के पिता कृष्णाराव एवं माता सत्यभामा थे।
(ख) उन्होंने मुम्बई के एलिफिंस्टन कॉलेज से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की।
(ग) गोखले को जन्मजात प्राध्यापक कहा जाता था।
(घ) गोखले ने समाज सेवा को अपने जीवन का परम लक्ष्य बना लिया था।
प्रश्न 8:
‘सर्वेट ऑफ इण्डिया’ सोसाइटी के क्या उद्देश्य थे? सूची बनाइए।
उत्तर:
‘सर्वेट ऑफ इण्डिया’ सोसाइटी के निम्न उद्देश्य थे
- आदिवासियों का उत्थान करना।
- बाढ़ व अकाल पीड़ितों की मदद करना।
- स्त्रियों को शिक्षित करना।
- विदेशी शासन से मुक्ति के लिए संघर्ष करना।
प्रश्न 9:
आपकी इस पुस्तक में भारत की बहुत-सी महान विभूतियों से सम्बन्धित पाठ दिए। गए हैं। हम इन विभूतियों के बारे में क्यों पढ़ते हैं? अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
महान विभूतियों के विषय में हम उनके जीवन की घटनाओं, उनके विचारों, अनुभवों आदि के विषय में पढ़ते हैं। उनके प्रेरक प्रसंगों का छात्रों पर प्रभाव पड़ता है; छात्रों की कल्पना शक्ति का विकास होता है और जीवन के प्रत्येक रहस्य को जानने की जिज्ञासा प्रबल होती है। छात्र अनेक विषयों की गहनता को समझने में रुचि लेने लगते हैं। प्रेरक प्रसंग शिक्षार्थी को ज्ञान और चिन्तन की ओर अग्रसर करने में सहायक होते हैं। इनके पठन-पाठन से छात्रों-छात्राओं में वैज्ञानिक अभिवृद्धि और शाश्वत मूल्यों का विकास होता है।
योग्यता विस्तार:
नोट– विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की सहायता से स्वयं करें।
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