UP Board Solutions for Class 8 Environment Chapter 3 अपशिष्ट एवं उसका निस्तारण

By | May 24, 2022

UP Board Solutions for Class 8 Environment Chapter 3 अपशिष्ट एवं उसका निस्तारण

UP Board Solutions for Class 8 Environment Chapter 3 अपशिष्ट एवं उसका निस्तारण

अभ्यास

Question 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(क) अपशिष्ट किसे कहते हैं ?
(ख) ठोस, द्रव और गैसीय अपशिष्ट में अन्तर बताते हुए इसके दो-दो उदाहरण लिखिए।
(ग) गैसीय अपशिष्ट पदार्थ के स्रोत क्या हैं ?
(घ) अपशिष्ट संग्रह के दुष्प्रभावों को उदाहरण सहित समझाइए।
(ङ) सोकपिट बनाने की विधि लिखिए।
(च) ई-कचरा से आप क्या समझते हैं ? उदाहरण सहित लिखिए।
(छ) कारखानों से निकलने वाले जल को नदियों में बहाने से पहले क्या उपाय करने चाहिए?
(ज) प्रत्येक घर में शौचालय होना क्यों आवश्यक है ?
Solution:
(क)- मनुष्य एवं अन्य जीवों के दैनिक क्रिया-कलापों के फलस्वरूप निकलने वाले अनुपयोगी पदार्थ, अपशिष्ट पदार्थ कहलाते हैं।

(ख)- ठोस अवस्था में पाए जाने वाले अपशिष्ट पदार्थ ठोस अपशिष्ट कहलाते हैं। तरल रूप में पाए। जाने वाले अपशिष्ट पदार्थ द्रव अपशिष्ट कहलाते हैं। गैस या धुओं के रूप में पाए जाने वाले अपशिष्ट पदार्थ गैसीय अपशिष्ट कहलाते हैं। ।
फल-सब्जियों के छिलके प्लास्टिक के टुकड़े आदि ठोस अपशिष्ट हैं। नालियों और सीवर का गंदा पानी, चमड़ा शोधन तथा अन्य उद्योगों से निकलने वाला गंदा और विषैला जल द्रव अपशिष्ट के उदाहरण हैं। वाहनों, से निकलने वाला धुआँ, कारखानों की चिमनियों से निकलने वाला धुआँ गैसीय अपशिष्ट का उदाहरण है।

(ग)- गैसीय अपशिष्ट पदार्थ के स्त्रोत हैं- लकड़ी, कोयला, कारखाने, परिवहन के साधन, मरे हुए। जीव-जंतु, अँगीठी, सिगरेट, बीड़ी आदि।

(घ)- अपशिष्ट संग्रह पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। ये मनुष्य के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। दिसंबर 1984 में भोपाल गैस त्रासदी में यूनियन कार्बाइड पेस्टीसाइड़ फैक्ट्री से मेथिल आइसो साइनाइट गैस के रिसाव के कारण हजारों लोगों की मृत्यु हुई और लाखों लोग इसके कारण- कैंसर, साँस फूलना, सिर दर्द, अंगों का सुन्न होना जैसी अनेक बीमारियों से ग्रसित हो गए। इस घटना के बाद फैक्ट्री से कचरे के रूप में घातक रसायन निकले जिसने आस-पास की मिट्टी और जल को प्रभावित किया। इन अपशिष्ट का दुष्प्रभाव आज भी वहाँ की पीढ़ियों में देखा जा सकता है।

(ङ)- सोकपिट बनाने के लिए जमीन में एक ५-६ फीट गहरा चौकोर गड्ढा खोदा जाता हैं। इस गड्ढे की तली पर ईंट तथा पत्थर के टुकड़े डालकर उनको बालू की परत से ढक दिया जाता है। इसके बाद इसे नाली द्वारा पानी बहने के स्थान से जोड़ दिया जाता है तथा ऊपर से ढक दिया जाता है। इस प्रकार सोकपिट बनकर तैयार हो जाता है।

(च)- ई-कचरा से तात्पर्य है- इलेक्ट्रॉनिक कचरा जो ऑफिस एवं घरों से निकलता है। इसके अन्तर्गत खराब कम्प्यूटर, मोबाइल फोन, सी०डी०, बैटरी व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे- टी०वी०, वाशिंग मशीन, रेफ्रिजरटेर, ए०सी० आदि आते हैं।

(छ)- कारखानों से निकले जल को उचित उपचार करने के बाद ही नदियों में बहाना चाहिए जिससे कि नदियों का जल दूषित न हो।

(ज)- मल-मूत्र के उचित निस्तारण तथा गंदगी से बचने के लिए प्रत्येक घर में शौचालय होना आवश्यक है।

Question 2.
सही कथन के सामने (✓) और गलत के सामने (✗) का चिह्न लगाइए
(क) उद्योगों से विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ निकलते हैं।

(ख) अपशिष्ट पदार्थों से हमारा पर्यावरण दूषित होता है।
(ग) अपशिष्ट पदार्थ ठोस, द्रव और गैस के रूप में होते हैं।
(घ) घरेलू कूड़े-कचरे का निस्तारण आज प्रदूषण की समस्या नहीं है।
(ङ) प्लास्टिक एवं पॉलीथीन आसानी से सड़ती है।
Solution:
(क) उद्योगों से विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थ निकलते हैं। (✓)
(ख) अपशिष्ट पदार्थों से हमारा पर्यावरण दूषित होता है। (✓)
(ग) अपशिष्ट पदार्थ ठोस, द्रव और गैस के रूप में होते हैं। (✓)
(घ) घरेलू कूड़े-कचरे का निस्तारण आज प्रदूषण की समस्या नहीं है। (✗)
(ङ) प्लास्टिक एवं पॉलीथीन आसानी से सड़ती है। (✗)

Question 3.
सही मिलान कीजिए

Solution:

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