UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 21 लाला लाजपत राय (महान व्यक्तित्व)
UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 21 लाला लाजपत राय (महान व्यक्तित्व)
पाठ का सारांश
लाला लाजपत राय का जन्म फिरोजपुर जिले के ढोडिके गाँव में 28 जनवरी सन् 1865 ई० में हुआ। इनके पिता राधाकिशन स्कूल में अध्यापक और माता गुलाबी देवी थी।
लाला लाजपत राय ने अपने पिता से पढ़ने-लिखने का उत्साह पाया। सन् 1882 ई० में जब वे लाहौर कालेज में छात्र थे, आर्य समाज में शामिल हो गए। 23 वर्ष की अवस्था में ये सन् 1888 ई० में कांग्रेस में शामिल हुए और इन्होंने कांग्रेस का ध्यान जनता की गरीबी और निरक्षरता की ओर दिलाया।
लाला लाजपत राय की आस्था और विश्वास के कारण उन्हें पंजाब केसरी और शेरे पंजाब की उपाधि दी गई। ब्रिटिश सरकार की निर्मय आलोचना करने के कारण उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया। अँग्रेजों ने मई 1907 ई० में लाला जी को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया। कांग्रेस के भीतर और बाहर उन्हें कांग्रेस का योग्य नेता समझा जाता था। भारत का नेतृत्व करने और समर्थन पाने के लिए वे इंग्लैण्ड और यूरोप कई बार गए।
लाला लाजपतराय ने 30 अक्टूबर, 1928 को लाहौर में साइमन कमीशन का बहिष्कार करने वाली जनता का शान्तिपूर्ण ढंग से नेतृत्व किया। लाठियों के प्रहार के फलस्वरूप लाला जी को गंभीर चोटें आईं और 16 नवम्बर, 1929 ई० में रात में दशा खराब होने से प्रातः उनकी मृत्यु हो गई।
लाला जी राजनैतिक गतिविधियों के अलावा सामाजिक सुधार कार्यक्रमों और शिक्षा के प्रसार के लिए भी सक्रिय थे। जनता के उत्थान के लिए वे शिक्षा को अनिवार्य मानते थे। वे हृदय से शिक्षा शास्त्री थे। उनका महिलाओं की समस्याओं को देखने का दृष्टिकोण प्रगतिशील था। सन् 1896 ई० में उत्तर भारत में भीषण अकाल के समय जनता को राहत पहुँचाने के कार्य में वे सबसे आगे थे। इसी प्रकार पंजाब में भूकम्प पीड़ितो को राहत पहुँचाने और उनकी सहायता में अग्रणी रहे। राहत कार्य के दौरान इन्होंने ‘सर्वेट्स ऑफ पीपुल सोसाइटी’ की स्थापना की। जिसके सदस्य देशभक्त थे और जिसका ध्येय जनसेवा था।
लाला लाजपतराय ने कई पुस्तकें लिखीं जैसे- ए हिस्ट्री ऑफ इण्डिया, महाराज अशोक, वैदिक ट्रैक्ट और अनहैप्पी इण्डिया। इन्होंने कई पत्रिकाओं की स्थापना और सम्पादन भी किया। देशवासियों के लिए उनका योगदान, त्याग और बलिदान चिरस्मरणीय रहेगा।
अभ्यास-प्रश्न
प्रश्न 1.
लाला लाजपत राय का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर :
लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी सन् 1865 ई० में फिरोजपुर जिले के ढोडिके गाँव में हुआ।
प्रश्न 2.
लाला लाजपत राय को कौन-सी उपाधि दी गई थी और क्यों?
उत्तर :
लाला लाजपत राय को आस्था और विश्वास के कारण पंजाब केसरी तथा शेरे पंजाब की उपाधि दी गई।
प्रश्न 3.
लाला लाजपत राय अंग्रेजों के विशेष निशाने पर क्यों रहते थे?
उत्तर :
ब्रिटिश सरकार की निर्भय आलोचना, अपने दृढ़ विश्वास और भारतीय जनता में अपनी गहरी पैठ के कारण वे अंग्रेजों के विशेष निशाने पर रहते थे।
प्रश्न 4.
लाला लाजपत राय का सामाजिक कार्यों में क्या योगदान रहा?
उत्तर :
लाला जी का सामाजिक कार्यों में बड़ा योगदान था। वे गरीबों की सहायता और शिक्षा के प्रसार की दिशा में सक्रिय रहे। अकाल और भूकम्प के समय पीड़ित जनता के लिए राहत कार्यों में वे आगे रहते थे। उन्होंने लोगों में राष्ट्रीयता की भावना और देशभक्ति की प्रेरणा भरने की कोशिश की। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं के अस्तित्व के लिए अपनी बचत से 40000 रुपये दान दिया।
प्रश्न 5.
लाला लाजपत राय की किन्हीं तीन रचनाओं के नाम लिखिए।
उत्तर :
लाला लाजपत राय की रचनाओं के नाम ए हिस्ट्री ऑफ इण्डिया, महाराज अशोक और वैदिक ट्रैक्ट हैं।
प्रश्न 6.
“लाला लाजपत राय हृदय से शिक्षाशास्त्री थे।” पर अपने विचार लिखिए।
उत्तर :
लाला लाजपत राय ने अति वंचित एवं पिछड़े लोगो के लिए एक शिक्षण संस्था की स्थापना की। इसके बाद इस तरह की कई संस्थाएँ खोली गई। इनके लिए उन्होनें अपनी बचत से 40,000 रुपया दान दिया। लाला लाजपत राय हृदय से शिक्षा शास्त्री थे। उनका विश्वास था कि जनता के उत्थान लिए शिक्षा अनिवार्य है।
प्रश्न 7.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके)
- लाला लाजपत राय की माता ने उन्हें धर्म की शिक्षा दी।
- लाला लाज़पत राय का विचार था कि जनता के उत्थान के लिए शिक्षा अनिवार्य है।
- पंजाब में भूकम्प पीड़ितों के लिए राहत कार्य के लिए उन्होंने सर्वेट्स ऑफ पीपुल सोसाइटी की स्थापना की।
- लाला लाजपत राय का सारा समय जन-कल्याण तथा सारा जीवन राष्ट्र की सेवा में बीता।
We hope the UP Board Solutions for Class 8 Hindi Chapter 21 लाला लाजपत राय (महान व्यक्तित्व) help you.