UP Board Solutions for Class 8 History Chapter 9 स्वाधीनता आन्दोलन-स्वतन्त्रता प्राप्ति एवं विभाजन
UP Board Solutions for Class 8 History Chapter 9 स्वाधीनता आन्दोलन-स्वतन्त्रता प्राप्ति एवं विभाजन
स्वाधीनता आन्दोलन-स्वतन्त्रता प्राप्ति एवं विभाजन
अभ्यास
प्रश्न 1.
बहुविकल्पीय प्रश्न
(1) रोलेट एक्ट पास किया-
(क) सन् 1917 ई० में
(ख) सन् 1918 ई० में
(ग) सन् 1919 ई० में ✓
(घ) सन् 1920 ई० में
(2) प्रथम गोलमेज सम्मेलन हुआ-
(क) सन् 1931 ई० में।
(ख) सन् 1930 ई० में ✓
(ग) सन् 1934 ई० में
(घ) सन् 1929 ई० में।
प्रश्न 2.
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
(1) गांधी जी ने सत्याग्रह आंदोलन किस सन् में शुरू किया?
उत्तर
गांधी जी ने सत्याग्रह आंदोलन सन् 1919 में शुरू किया।
(2) 13 अप्रैल, 1919 को कौन सी घटना घटी थी?
उत्तर
13 अप्रैल, 1919 को जलियाँवाला बाग हत्याकांड की घटना घटी थी।
(3) 5 मार्च, 1931 ई० को सरकार और कांग्रेस में कौन-सा समझौता हुआ?
उत्तर
5 मार्च, 1931 ई० को सरकार और कांग्रेस में एक समझौता हुआ जिसे गांधी-इरविन समझौता कहते हैं।
प्रश्न 3.
लघु उत्तरीय प्रश्न
(1) डाँडी यात्रा किसने और क्यों की थी?
उत्तर
डाँडी यात्रा गांधी जी ने की। उन्होंने डाँडी नामक स्थान पर नमक बनाया और ब्रिटिश सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी।
(2) होमरूल लीग स्थापित करने का क्या उद्देश्य था?
उत्तर
सन् 1914 ई० में लोकमान्य तिलक ने होमरूल लीग की स्थापना की। इसका उद्देश्य अँग्रेजी साम्राज्य के अधीन रहते हुए भारतीयों को अपनी शासन करने की स्वतन्त्रता देना था।
(3) रवीन्द्र नाथ टैगोर ने अपनी ‘सर’ की उपाधि क्यों वापस कर दी? .
उत्तर
जलियाँवाला बाग हत्याकांड के विरोध में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने अपनी ‘सर’ की उपाधि वापस कर दी।
प्रश्न 4.
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(1) असहयोग आंदोलन के बारे में लिखिए?
उत्तर
असहयोग आन्दोलन- प्रथम विश्वयुद्ध समाप्त होने पर अंग्रेजों द्वारा अपना वायदा पूरा न किए जाने पर महात्मा गांधी ने 1920 ई० में नया आन्दोलन छेड़ा, उसे ‘असहयोग आन्दोलन’ का नाम दिया गया। इस आन्दोलन का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में सरकार को सहयोग न देना था। गांधी जी ने इस आन्दोलन को देश में अँग्रेजी शासन को ठप्प करने के उद्देश्य से चलाया था। इस आन्दोलन के कार्यक्रम को प्रस्तुत करते हुए महात्मा गांधी ने कहा था, “कांग्रेस के इस कार्यक्रम को लोग पूरा कर दें तो स्वराज्य एक ही वर्ष में पूरा हो जाएगा।”
असहयोग आन्दोलन का कार्यक्रम- गांधी जी ने असहयोग आन्दोलन का कार्यक्रम निम्न प्रकार प्रस्तुत किया था-
- सरकारी शिक्षा संस्थाओं का बहिष्कार किया जाए।
- विधान मण्डल की बैठकों का बहिष्कार किया जाए।
- न्यायालयों का बहिष्कार हो।
- विदेशी वस्तुओं को त्याग दिया जाए तथा स्वदेशी वस्तुएँ अपनाई जाएँ।
- सरकारी नौकरियों तथा उपाधियों का त्याग किया जाए।
- देश में राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान स्थापित किए जाएँ।
- जन-जागरण के लिए सार्वजनिक सभाएँ तथा जुलूसों की व्यवस्था की जाए।
प्रोजेक्ट वर्क-
विद्यार्थी स्वयं करें।
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