UP Board Class 9 Social Science Geography | जनसंख्या

By | April 10, 2021

UP Board Class 9 Social Science Geography | जनसंख्या

UP Board Solutions for Class 9 Social Science Geography Chapter 6 जनसंख्या

अध्याय 6.                        जनसंख्या
 
                                       अभ्यास
प्रश्न 1.नीचे दिए गए चार विकल्पों में सही विकल्प चुनिए―
(i) निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में प्रवास, आबादी की संख्या, वितरण एवं संरचना में
परिवर्तन लाता है?
(क) प्रस्थान करने वाले क्षेत्र में
(ख) आगमन वाले क्षेत्र में
(ग) प्रस्थान एवं आगमन दोनों क्षेत्रों में 
(घ) इनमें से कोई नहीं
                             उत्तर―(ग)
 
(ii) जनसंख्या में बच्चों का एक बहुत बड़ा अनुपात निम्नलिखित में से किसका परिणाम है?
(क) उच्च जन्म-दर
(ख) उच्च मृत्यु-दर
(ग) उच्च जीवन दर
(घ) अधिक विवाहित जोड़े
                                   उत्तर―(क)
 
(iii) निम्नलिखित में से कौन-सा एक जनसंख्या वृद्धि का परिमाण दर्शाता है?
(क) एक क्षेत्र की कुल जनसंख्या
(ख) प्रत्येक वर्ष लोगों की संख्या में होने वाली वृद्धि
(ग) जनसंख्या वृद्धि की दर
(घ) प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या
                                                        उत्तर―(ख)
 
(iv) 2001 की जनगणना के अनुसार एक साक्षर’ व्यक्ति वह है
(क) जो अपने नाम को पढ़ एवं लिख सकता है।
(ख) जो किसी भी भाषा में पढ़ एवं लिख सकता है।
(ग) जिसकी उम्र 7 वर्ष है तथा वह किसी भी भाषा को समझ के साथ पढ़ एवं
लिख सकता है।
(घ) जो पढ़ना-लिखना एवं अंकगणित, तीनों जानता है।
                                                             उत्तर―(ग)
 
प्रश्न 2.निम्नलिखित के उत्तर संक्षेप में दें―
(i) जनसंख्या वृद्धि के महत्त्वपूर्ण घटकों की व्याख्या कीजिए।
(i) 1981 से भारत में जनसंख्या की वृद्धि-दर क्यों घट रही है?
(iii) आयु संरचना, जन्म-दर एवं मृत्यु-दर को परिभाषित कीजिए।
(iv) प्रवास, जनसंख्या परिवर्तन का एक कारक।
उत्तर― (i) जनसंख्या वृद्धि के मुख्य घटक तीन हैं―जन्म-दर, मृत्यु-दर और जनसंख्या पलायन।
(a) जन्म-दर―यदि बच्चों के जन्म की संख्या अधिक होगी तो निःसन्देह इससे
जनसंख्या वृद्धि बढ़ेगी और इसके विपरीत यदि बच्चों की जन्म-दर कम हो तो
उससे जनसंख्या वृद्धि में कमी आएगी। बच्चे अधिक होने से वृद्धि-दर बढ़ेगी
और कम होने से वृद्धि-दर कम होगी।
(b) मृत्यु-दर―यदि मृत्यु-दर अधिक होगी तो जनसंख्या वृद्धि में कमी आएगी और
यदि मृत्यु-दर कम होती जाएगी तो उससे जनसंख्या वृद्धि बढ़ेगी। मृत्यु-दर कम
होगी तो वृद्धि अधिक होगी और मृत्यु-दर बढ़ेगी तो जनसंख्या में लोग कम होते
जाएँगे और जनसंख्या वृद्धि में कमी देखने को मिलेगी।
(c) प्रवास या जनसंख्या पलायन―एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर बसने की
प्रक्रिया को जनसंख्या पलायन कहते हैं। यदि जनसंख्या की यह अदला-बदली
एक देश में ही हो तो इससे जनसंख्या वृद्धि में कोई अन्तर नहीं आता। परन्तु यदि
जनसंख्या पलायन एक देश से दूसरे देश में हो तो इसमें जनसंख्या वृद्धि में
अवश्य फरक पड़ेगा।
 
(ii) तालिका―
वर्ष                       वाषिक वृद्धि-दर
1981                   2.22
1991                   2.14
2001                   1.93
 
ऊपर की तालिका का निरीक्षण करने से यह स्पष्ट हो जाता है कि 1981 के वर्ष से भारत
की जनसंख्या की वृद्धि-दर निरन्तर कम हो रही है जिसके मुख्य कारण निम्नलिखित हैं―
(a) 1980 से पहले बढ़ती हुई जन्म-दर और घटती हुई मृत्यु-दर के कारण वार्षिक
वृद्धि-दर बढ़ती चली गयी।
(b) 1981 के बाद मृत्यु-दर अच्छी स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाओं के कारण निरन्तर घटती
चली गयी। अब जन्म-दर भी पारिवारिक चेतना के कारण गिरनी शुरू हो गयी। इस
प्रकार धीरे-धीरे वृद्धि-दर में कमी आने लगी। अब मृत्यु-दर और जन्म-दर में होने
वाला अन्तर कम होता चला गया जिसके परिणामस्वरूप वृद्धि-दर में भी कमी आती
चली गई।
 
(iii) आयु संरचना―किसी विशेष देश की जनसंख्या की आयु संस्चना वहाँ के विभिन्न आयु
समूहों की संख्या को बताता है। ये विभिन्न आयु समूह हैं-बच्चे (0-14 वर्ष), वयस्क
(15-59 वर्ष) और वृद्ध (60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग)। साधारणतया बच्चे
और वृद्ध आर्थिक दृष्टि से उत्पादनशील नहीं होते और अपनी सभी आवश्यकताओं
(जैसे―भोजन, वस्त्र, इलाज आदि) के लिए वयस्कों पर निर्भर करते हैं।
जन्म-दर―जन्म-दर से हमारा अभिप्राय किसी क्षेत्र या देश में एक विशेष अवधि में जन्म
लेने वालों की संख्या से होता है। इसको प्रति हजार व्यक्तियों में गिना जाता है।
मृत्यु-दर―मृत्यु-दर से हमारा अभिप्राय किसी क्षेत्र या देश में एक विशेष अवधि में मरने
वालों की संख्या से होता है। इसको भी प्रति हजार व्यक्तियों में गिना जाता है।
वर्ष भर में यदि एक हजार व्यक्तियों के पीछे पैदा होने वाले और मरने वालों की संख्या के
अन्तर से उस क्षेत्र-विशेष की वृद्धि-दर (Growth Rate) प्राप्त हो जाती है। यहाँ यह याद
रख लेना आवश्यक है कि हमारे देश में ऊँचे वृद्धि-दर का एक बड़ा कारण जन्म-दर और
मृत्यु-दर में बढ़ता हुआ अन्तर है। बीसवीं शताब्दी के आरम्भ में हमारे देश में वृद्धि-दर
49.2 प्रति हजार थी जो इस शताब्दी में घटकर 26.1 प्रति हजार रह गयी। परन्तु मृत्यु-दर
इससे भी तेजी से घटी जो 42.6 प्रति हजार से घटकर 8.7 प्रति हजार रह गयी। इसका अर्थ
यह है कि जन्म-दर तो बड़ी धीमी गति से घटी परन्तु मृत्यु-दर बड़ी तेज गति से घटी
जिसके कारण वृद्धि-दर बढ़ती जा रही है। यह एक चिन्ता का विषय है विशेषकर जब हमारे
साधन सीमित होते जा रहे हैं। ऐसे में हमें अपनी जन्म-दर को और घटाना होगा।
 
(iv) जैसा कि ऊपर बताया गया है जनसंख्या का एक स्थान से दूसरे स्थान को पलायन की
प्रक्रिया को जनसंख्या पलायन की संज्ञा दी जाती है। जनसंख्या पलायन जनसंख्या में
परिवर्तन लाने का एक मुख्य कारक सिद्ध होता है। इससे जनसंख्या के घनत्व और वितरण
में काफी अन्तर पड़ जाता है।
जनसंख्या पलायन दो प्रकार का होता है―आन्तरिक पलायन और बाह्य पलायन। आन्तरिक
पलायन का जनसंख्या के वितरण में तो अवश्य अन्तर पड़ता है परन्तु उसका जनसंख्या
वृद्धि में कोई अन्तर नहीं पड़ता। इसके विपरीत बाह्य पलायन का जनसंख्या वृद्धि में काफी
अन्तर पड़ता
है। जिस देश को छोड़कर लोग दूसरे देश में चले जाते हैं उसकी जनसंख्या
अवश्य कम हो जाती है और जिसमें लोग चले जाते हैं उसकी जनसंख्या अवश्य बढ़ जाती
है। यदि बंगाल देश से बहुत-से लोग भारत में पलायन कर जाएँ तो भारत की जनसंख्या में
अवश्य वृद्धि आएगी परन्तु बांग्लादेश में कमी आएगी।
 
प्रश्न 3. जनसंख्या वृद्धि एवं जनसंख्या परिवर्तन के बीच अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर― जनसंख्या वृद्धि―एक विशेष समय, जैसे एक वर्ष में हाल की जनसंख्या में जितने लोगों
की नई गिनती जुड़ जाती है उसे जनसंख्या वृद्धि कहा जाता है। यह उस विशेष काल में पैदा होने वाले
और मरने वालों का आपसी अन्तर होता है। भारत में आजकल एक वर्ष में कोई 1.5 करोड़ नए व्यक्ति
पुरानी जनसंख्या में जुड़ जाते हैं।
जनसंख्या परिवर्तन―जनसंख्या परिवर्तन में तीन तत्त्व मुख्य भूमिका निभाते हैं-जन्म-दर, मृत्यु-दर
तथा लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर पलायन (Migration)। जनसंख्या वृद्धि पैदा होने वाले
और मरने वालों के अन्तर पर भी निर्भर नहीं करती वरन् उस स्थान पर आने वाले तथा जाने वाले के
अन्तर पर भी निर्भर करती है। यह पलायन देश के एक भाग से दूसरे भाग में भी हो सकता है या फिर
एक देश से दूसरे देशों को भी हो सकता है।
 
प्रश्न 4.व्यावसायिक संरचना एवं विकास के बीच क्या सम्बन्ध है?
उत्तर― व्यावसायिक संरचना और विकास में आपसी सम्बन्ध-व्यावसायिक संरचना का
विकास पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। व्यवसाय प्रायः चार प्रकार के गिने जाते हैं― प्राथमिक,
द्वितीयक, तृतीयक और चतुर्थीय। प्राथमिक व्यवसायों में कृषि, पशुपालन, खनन, लकड़ी काटना, मत्स्य
ग्रहण आदि आ जाते हैं; द्वितीयक व्यवसायों में सभी प्रकार के निर्माण सम्बन्धी व्यवसाय; जैसे―चीनी
बनाना, कागज बनाना, कपड़ा बनाना आदि व्यवसाय आ जाते हैं; तृतीयक व्यवसायों में यातायात,
संचार, बैंक और व्यवसाय आ जाते हैं जबकि चतुर्थ श्रेणी के व्यवसायों में कुछ विशेष ज्ञान सम्बन्धी
व्यवसाय आ जाते हैं। जो देश प्रायः प्राथमिक या द्वितीयक व्यवसायों में लगे होते हैं; जैसे―भारत,
पाकिस्तान, श्रीलंका आदि उन्हें विकासशील देश कहा जाता है। जबकि यू०एस०ए०, इंग्लैण्ड, फ्रांस
आदि देश जो तृतीयक या चतुर्थीय व्यवसायों में लगे होते हैं उन्हें विकसित देश कहा जाता है। इस
प्रकार व्यावसायिक संरचना और विकास का चोली-दामन का साथ है। इन्हीं व्यवसायों के आधार पर
ही किसी देश के विकास को आंका जाता है।
 
प्रश्न 5.स्वस्थ जनसंख्या कैसे लाभकारी है?
उत्तर― एक स्वस्थ जनसंख्या किसी भी देश के लिए एक बड़ा वरदान होती है। ऐसी जनसंख्या
अनेक प्रकार से बड़ी लाभकारी सिद्ध होती है-
(i) यदि जनसंख्या स्वस्थ होगी तो उस देश का वर्तमान और भविष्य दोनों सुरक्षित हैं।
 
(ii) ऐसे स्वस्थ लोग ही देश का विकास ठीक ढंग से कर सकेंगे। दोनों कृषि और उद्योगों के क्षेत्र
में देश आगे बढ़ता जाएगा।
 
(iii) ऐसी स्वस्थ जनसंख्या ही राष्ट्रीय आय को बढ़ने में सक्षम होगी जिससे हमारे जैसा
विकासशील देश भी विकसित देशों की गिनती में आने की आशा रख सकता है।
 
(iv) एक स्वस्थ जनसंख्या खेलों के क्षेत्र में भी अपना नाम पैदा कर सकती है और देश के नाम
को चार चाँद लगा सकती है।
 
(v) एक स्वस्थ जनसंख्या सरकार के लिए भी बड़ा वरदान सिद्ध होगी क्योंकि उसे विभिन्न
स्वास्थ्य कार्यों में इतना अधिक धन व्यय नहीं करना पड़ेगा।
 
(vi) अन्त में हम कह सकते हैं कि एक स्वस्थ जनसंख्या देश की गिनती विश्व के कुछ महान
देशों में करवा सकती है। रोगी लोग जब अपना भला नहीं कर पाएँगे तो ऐसे में वे दूसरों का
भला क्या कर पाएंँगे।
 
प्रश्न 6. राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की मुख्य विशेषताएँ क्या है?
उत्तर― राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की मुख्य विशेषताएँ-राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की मुख्य
विशेषताएँ अग्रलिखित हैं―
(i) इसमें परिवारों के नियोजन पर जोर दिया ताकि सदस्यों के स्वास्थ्य और विकास में वृद्धि हो
सके।
 
(ii) यदि हर वंश या परिवार सीमा के अन्दर रहेगा तो परिवार कल्याण के कार्यों को बढ़ावा
मिलेगा और परिवार सुख की साँस ले सकेगा।
 
(iii) 14 वर्ष की आयु तक के सभी बच्चों के लिए शिक्षा अनिवार्य कर दी गई।
 
(iv) इसमें कहा गया कि बच्चों की मृत्यु-दर में कमी लाकर इसे 3% पर ले आना होगा या 100
के पीछे 30।
 
(v) फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए बच्चों को टीका लगाने के कार्य को पूरा किया
जाएगा।
 
(vi) लड़के-लड़कियों के विवाह की आयु बढ़ा दी गई ताकि नाबालिगों का विवाह न हो सके
और न ही बाल-विधवाओं की समस्या पैदा हो सके।
 
(vii) परिवार कल्याण के कार्य को लोक-केन्द्रित बना दिया गया ताकि इसके द्वारा
अधिक-से-अधिक लोगों को लाभ पहुँच सके।
 
(viii) इसमें किशोर जनसंख्या (Adolescent Population) या 10 से 19 वर्ष के लोगों का
विशेष ध्यान रखा गया जिन्हें अच्छी खुराक और अच्छी शिक्षा की आवश्यकता है ताकि वे
एक अच्छे भावी नागरिक सिद्ध हो सकें।
 
                                  अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
 
                                    बहुविकल्पीय प्रश्न
 
प्रश्न 1. जन्म-दर किसे कहते हैं?
(क) प्रति 1000 व्यक्तियों में जन्म लेने वाले जीवित शिशुओं की संख्या।
(ख) प्रति 1000 व्यक्तियों पर एक वर्ष में मरने वाले लोगों की संख्या।
(ग) यह वह दर है जिससे किसी क्षेत्र की जनसंख्या किसी अवधि के दौरान बढ़ती है।
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं।
            उत्तर―(क) प्रति 1000 व्यक्तियों में जन्म लेने वाले जीवित शिशुओं की संख्या।
 
प्रश्न 2.आंतरिक प्रवास का क्या अर्थ है?
(क) दो देशों के बीच
(ख) अंतर्देशीय
(ग) अंतर्राज्यीय
(घ) संघीय क्षेत्रों के बीच
                             उत्तर―(ख) अंतर्देशीय
 
प्रश्न 3. भारत सरकार द्वारा विस्तृत परिवार नियोजन कार्यक्रम की शुरुआत कब की गई?
(क) 1952 में
(ख) 1956 में
(ग) 1955 में 
(घ) 1954 में
                  उत्तर―(क) 1952 में
 
प्रश्न 4. किशोरों को किस आयु-वर्ग में रखा जाता है?
(क)5 वर्ष से नीचे
(ख) 10 से 19 वर्ष
(ग) 15-29 वर्ष
(घ) 20-50 वर्ष
                      उत्तर―(ख) 10 से 19 वर्ष
 
प्रश्न 5. प्राथमिक क्रियाकलापों के लिए कौन-सी क्रियाएँ सही है?
(क) उत्पादन करने वाले उद्योग, भवन एवं निर्माण कार्य।
(ख) परिवहन, संचार, वाणिज्य, प्रशासन तथा सेवाएँ।
(ग) कृषि, पशुपालन, वृक्षारोपण एवं मछली-पालन तथा खनन आदि।
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं।
           उत्तर―(ग) कृषि, पशुपालन, वृक्षारोपण एवं मछली-पालन तथा खनन आदि।
 
प्रश्न 6. केरल का लिंग अनुपात क्या है?
(क) प्रत्येक 1000 पुरुषों पर 1001 महिलाएँ
(ख) प्रत्येक 1000 पुरुषों पर 821 महिलाएँ
(ग) प्रत्येक 1000 पुरुषों पर 861 महिलाएँ
(घ) प्रत्येक 1000 पुरुषों पर 1084 महिलाएँ
                                   उत्तर―(घ) प्रत्येक 1000 पुरुषों पर 1084 महिलाएँ
 
प्रश्न 7.मार्च, 2001 में भारत की कुल जनसंख्या क्या थी?
(क) 10,000 लाख 
(ख) 10,088 लाख 
(ग) 10,028 लाख 
(घ) 10,018 लाख
                          उत्तर―(ग) 10,028 लाख
 
प्रश्न 8. भारत में आयु संरचना बनी है―
(क) वयस्क 60%, वृद्ध 10%, बच्चे 30%
(ख) वयस्क 58%, वृद्ध 69%, बच्चे 35.1%
(ग) वयस्क 57%, वृद्ध 59% , बच्चे 36.4%
(घ) वयस्क 64.9%, वृद्ध 5.4 %, बच्चे 29.7%
                                   उत्तर―(घ) वयस्क 64.9%, वृद्ध 5.4 %, बच्चे 29.7%
 
प्रश्न 9. भारत के किस राज्य की जनसंख्या सर्वाधिक है?
(क) उत्तर प्रदेश
(ख) महाराष्ट्र
(ग) बिहार 
(घ) पश्चिम बंगाल
                         उत्तर―(क) उत्तर प्रदेश
 
प्रश्न 10. क्षेत्रफल की दृष्टि से कौन-सा राज्य सबसे बड़ा है?
(क) गुजरात 
(ख) राजस्थान
(ग) ओडिशा
(घ) महाराष्ट्र
                 उत्तर―(ख) राजस्थान
 
प्रश्न 11.भारत में किस राज्य की साक्षरता दर सर्वाधिक है?
(क) पश्चिम बंगाल 
(ख) केरल 
(ग) आंध्र प्रदेश 
(घ) राजस्थान
                  उत्तर―(ख) केरल
 
                            अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
 
प्रश्न 1.जनसंख्या किसे कहते हैं? भारत में पहली जनगणना कब हुई थी?
उत्तर― एक निश्चित समयांतराल में जनसंख्या की आधिकारिक गणना ‘जनगणना’ कहलाती है।
भारत में सबसे पहले 1872 में जनगणना की गई थी। हालाँकि 1881 में पहली बार एक संपूर्ण
जनगणना की जा सकी। उसी समय से प्रत्येक दस वर्ष पर जनगणना होती है।
 
प्रश्न 2. भारत से अधिक जनसंख्या घनत्व किन देशों का है?
उत्तर― भारत से अधिक जनसंख्या घनत्व जापान और बांग्लादेश का है।
 
प्रश्न 3. वर्ष 2001 के अनुसार सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य और सबसे कम
जनसंख्या घनत्व राज्य कौन-सा है?
उत्तर― वर्ष 2001 के अनुसार सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य पश्चिमी बंगाल (2011
के अनुसार, बिहार-1106) और सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य अरुणाचल प्रदेश (2011
के अनुसार अरुणाचल प्रदेश-17) है।
 
प्रश्न 4. भारत की लगभग आधी आबादी कितने राज्यों में निवास करती है?
उत्तर― भारत की लगभग आधी आबादी केवल पाँच राज्यों में निवास करती है। ये राज्य हैं―उत्तर
प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश।
 
प्रश्न 5. वर्ष 2001 के अनुसार भारत की जनसंख्या कितनी थी तथा विश्व की कुल
जनसंख्या का कितना प्रतिशत थी?
उत्तर― मार्च, 2001 तक भारत की जनसंख्या 102 करोड़ थी जो कि विश्व की कुल जनसंख्या का
16.7 प्रतिशत थी। वहीं, 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या 1,21,08,54,977 है
जोकि विश्व की कुल जनसंख्या का 17.5 प्रतिशत है।
 
प्रश्न 6. भारत में प्रवास के लिए अपकर्षण प्रभाव तथा कर्षण प्रभाव के बारे में बताइए।
उत्तर― भारत में अधिकतर प्रवास ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों की ओर होता है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में
‘अपकर्षण’ कारक प्रभावी होते हैं। ये ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी एवं बेरोजगारी की प्रतिकूल अवस्थाएँ हैं
तथा नगर का ‘कर्षण’ प्रभाव रोजगार में वृद्धि एवं अच्छे जीवन-स्तर को दर्शाता है।
 
प्रश्न 7. भारत में लिंगानुपात किस राज्य में सबसे अधिक है और किस राज्य में सबसे कम
है?
उत्तर― भारत में सबसे अधिक लिंगानुपात केरल राज्य में जहाँ 1000 पुरुषों पर 1084 महिलाएँ हैं
तथा सबसे कम लिंगानुपात हरियाणा राज्य में जहाँ 1000 पुरुषों पर 877 महिलाएँ हैं।
 
प्रश्न 8. प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्रियाकलापों के अंतर्गत कौन-कौन से व्यवसाय
सम्मिलित हैं?
उत्तर― प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत कृषि, पशुपालन, वृक्षारोपण एवं मछली पालन तथा खनन आदि
क्रियाएँ शामिल हैं। द्वितीयक क्रियाकलापों में उत्पादन करने वाले उद्योग, भवन एवं निर्माण कार्य आते
हैं। तृतीयक क्रियाकलापों में परिवहन, संचार, वाणिज्य, प्रशासन तथा सेवाएँ शामिल हैं।
 
प्रश्न 9. भारत सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण के लिए क्या उपाय किए गए हैं?
उत्तर― भारत सरकार ने 1952 में एक व्यापक परिवार नियोजन कार्यक्रम को प्रारंभ किया। 1975
में इंदिरा कांग्रेस सरकार ने परिवार नियोजन कार्यक्रम तथा 1977 में जनता पार्टी की सरकार ने इसे
परिवार कल्याण कार्यक्रम नाम दिया। परिवार कल्याण कार्यक्रम जिम्मेदार तथा सुनियोजित पितृत्व को
बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है। राष्ट्रीय जनसंख्या नीति 2000 कई वर्षों के नियोजित प्रयासों का
परिणाम है।
 
प्रश्न 10. भारत में 1951 से 2001 तक जनसंख्या के स्वास्थ्य स्तर में किस तरह का सुधार
हुआ है?
उत्तर― सरकारी कार्यक्रमों के निरंतर प्रयास के द्वारा भारत की जनसंख्या के स्वास्थ्य स्तर में
महत्त्वपूर्ण सुधार हुआ है। मृत्यु दर जो 1951 में प्रति हजार 25 थी। 2001 में घटकर प्रति हजार 8.1
रह गई है। औसत आयु जो कि 1951 में 36.7 वर्ष थी बढ़कर 2001 में 64.6 वर्ष हो गई है।
 
प्रश्न 11.साक्षरता किसे कहते हैं? 2001 की जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर
कितनी है?
उत्तर― 2001 की जनगणना के अनुसार एक व्यक्ति जिसकी आयु 7 वर्ष या उससे अधिक है जो
किसी भी भाषा को समझकर लिख या पढ़ सकता है उसे साक्षर की श्रेणी में रखा जाता है। 2001 की
जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर 64.84 प्रतिशत (2011 के अनुसार 73.0 प्रतिशत) है
जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 75.26 प्रतिशत (2011 के अनुसार 80.9 प्रतिशत).एवं महिलाओं की
53.67 प्रतिशत (2011 के अनुसार 64.6 प्रतिशत) है।
 
प्रश्न 12. भारत की जनसंख्या का सबसे महत्त्वपूर्ण लक्षण क्या है?
उत्तर― भारत की जनसंख्या का सबसे महत्त्वपूर्ण लक्षण इसकी किशोर जनसंख्या का आकार है।
यह भारत की कुल जनसंख्या का पाँचवाँ भाग है। किशोर प्रायः 10 से 19 वर्ष की आयु-वर्ग के होते
हैं। ये भविष्य के सबसे महत्त्वपूर्ण मानव संसाधन हैं।
 
प्रश्न 13. आश्रित जनसंख्या के अंतर्गत कौन-कौन से आयु-वर्ग के लोग सम्मिलित होते हैं?
उत्तर― आश्रित जनसंख्या के अंतर्गत बच्चों तथा वृद्ध जिनकी आयु क्रमश: 15 वर्ष से कम और 59
वर्ष से अधिक होती है-इस आयु वर्ग के लोग सम्मिलित होते हैं।
 
प्रश्न 14.जनसंख्या की सापेक्ष और निरपेक्ष वृद्धि किसे कहते हैं?
उत्तर― किसी विशेष समय के अंतराल में जैसे 10 वर्षों के भीतर, किसी देश/राज्य के निवासियों
की संख्या में परिवर्तन सापेक्ष वृद्धि कहलाता है। पहले की जनसंख्या जैसे 2001 की जनसंख्या के बाद
की जनसंख्या जैसे 2011 की जनसंख्या से घटाकर इसे प्राप्त किया जाता है। इसे निरपेक्ष वृद्धि कहा
जाता है।
 
                                लघु उत्तरीय प्रश्न
 
प्रश्न 1. जनसंख्या की आयु संरचना से आप क्या समझते हैं?
उत्तर― जनसंख्या की आयु संरचना से तात्पर्य किसी देश में विभिन्न आयु-वर्ग के लोगों से है। यह
किसी भी जनसंख्या की सर्वाधिक मूलभूत विशेषता है। एक व्यक्ति की आयु उसकी इच्छा, खरीदारी
तथा काम करने की क्षमता को पर्याप्त रूप से प्रभावित करती है। परिणामस्वरूप बच्चे, वयस्क एवं
वृद्धों की संख्या एवं प्रतिशत, किसी भी क्षेत्र की आबादी के सामाजिक एवं आर्थिक ढाँचे की निर्धारक
होती है।
 
प्रश्न 2. किसी देश की जनसंख्या की तीन प्रमुख श्रेणियों का वर्णन कीजिए। कौन-सा
समूह पराश्रित है?
उत्तर― किसी देश में जनसंख्या की आयु संरचना एक मूलभूत विशेषता होती है। जनसंख्या की आयु
संरचना से तात्पर्य किसी देश में विभिन्न आयु-वर्ग के लोगों से है। किसी भी देश की जनसंख्या को
सामान्यत: 3 विस्तृत श्रेणियों में बाँटा जा सकता है―
(i) बच्चे (सामान्यतः 15 वर्ष से कम आयु वाले)―ये आर्थिक रूप से उत्पादनशील नहीं
होते हैं तथा इनको भोजन, वस्त्र एवं स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएँ उपलब्ध कराने की
आवश्यकता होती है।
 
(ii) वयस्क (15 वर्ष से 59 वर्ष)―ये आर्थिक रूप से उत्पादनशील तथा जैविक रूप से
प्रजननशील होते हैं। यह जनसंख्या का कार्यशील वर्ग है।
 
(iii) वृद्ध (59 वर्ष से अधिक)―ये आर्थिक रूप से उत्पादनशील या अवकाश प्राप्त हो सकते
हैं। ये स्वैच्छिक रूप से कार्य कर सकते हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया के द्वारा इनकी नियुक्ति नहीं
होती है। भारत में जनसंख्या संरचना-युवा 58.7%, वृद्ध 6.9%, बच्चे 34.4% | बच्चों
तथा वृद्धों का प्रतिशत निर्भरता अनुपात को प्रभावित करता है क्योंकि ये समूह उत्पादनशील
नहीं होते।
 
प्रश्न 3.लिंगानुपात किसे कहते हैं? यह क्यों महत्त्वपूर्ण है? प्रतिकूल लिंग अनुपात से आप
क्या समझते हैं?
उत्तर― प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या को लिंग-अनुपात कहा जाता है। यह जानकारी
किसी दिए गए समय में, समाज में पुरुषों एवं महिलाओं के बीच समानता की सीमा मापने के लिए एक
महत्त्वपूर्ण सामाजिक सूचक है। हमारे देश में लिंग-अनुपात कभी भी महिलाओं के पक्ष में नहीं रहा है
जिसका अर्थ यह है कि पुरुषों की जनसंख्या सदैव महिलाओं की अपेक्षा अधिक बनी रही है। केरल में
लिंग-अनुपात प्रत्येक 1000 पुरुषों पर 1084 महिलाएँ, पुदुचेरी में प्रति 1000 पुरुषों पर 1037 महिलाएँ
जबकि दिल्ली में प्रति 1000 पुरुषों पर 868 महिलाएँ तथा हरियाणा में केवल 879 महिलाएँ हैं।
 
प्रश्न 4. हमें देश में उच्च साक्षरता दर की आवश्यकता क्यों है? भारत में साक्षरता दर क्या
है?
उत्तर― कोई भी व्यक्ति यदि किसी भी भाषा में बोधगम्यता के साथ लिख व पढ़ सकता है, उसे
साक्षर माना जाता है। साक्षरता किसी जनसंख्या का बहुत ही महत्त्वपूर्ण गुण है क्योकि केवल एक
शिक्षित और जागरूक नागरिक ही बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय ले सकता है तथा शोध एवं विकास के कार्य कर
सकता है। साक्षरता स्तर में कमी आर्थिक प्रगति में एक गंभीर बाधा है। 2011 की जनगणना के अनुसार
देश की साक्षरता दर 73 प्रतिशत है, जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 80.9 प्रतिशत एवं महिलाओं की
64.6 प्रतिशत है।
 
प्रश्न 5. जनसंख्या वृद्धि किसे कहते हैं? इसे कैसे मापा जाता है?
उत्तर― जनसंख्या वृद्धि से तात्पर्य किसी क्षेत्र में निश्चित अवधि के दौरान रहने वाले लोगों की
संख्या में परिवर्तन से है। ऐसे परिवर्तन को दो तरीके से व्यक्त किया जा सकता है-
(i) प्रतिवर्ष प्रतिशत वृद्धि के रूप में ।
(ii) सापेक्ष वृद्धि के रूप में।
प्रत्येक वर्ष या एक दशक में बढ़ी जनसंख्या, केवल संख्या में वृद्धि का परिणाम है। इसकी गणना बाद
की जनसंख्या में से पहले की जनसंख्या को साधारण रूप से घटाकर की जाती है। जनसंख्या वृद्धि की
दर अथवा गति का अध्ययन प्रतिशत प्रतिवर्ष में किया जाता है। इसे वार्षिक वृद्धि दर कहा जाता है।
जैसे―2 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर का अर्थ है कि किसी वर्ष के दौरान प्रत्येक 100 लोगों की मूल
जनसंख्या में 2 लोगों की वृद्धि हुई है।
 
प्रश्न 6. किशोर जनसंख्या को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर― किशोर प्राय: 10 से 19 वर्ष की आयु-वर्ग के होते हैं। भारत की जनसंख्या का सबसे
महत्त्वपूर्ण लक्षण इसकी किशोर जनसंख्या का आकार है। यह भारत की कुल जनसंख्या का पाँचवाँ
भाग है।
किशोर जनसंख्या को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है क्योंकि―
(i) ये भविष्य के सबसे महत्त्वपूर्ण मानव संसाधन हैं।
(ii) किशोरों के लिए पोषक तत्त्वों की आवश्यकता बच्चों तथा वयस्कों से अधिक होती है।
(iii) कुपोषण से इनका स्वास्थ्य खराब तथा विकास अवरोधित हो सकता है।
 
प्रश्न 7.भारत में जनसंख्या के आकार तथा वितरण पर प्रकाश डालिए।
उत्तर― (i) 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की कुल जनसंख्या 1,21,08,54,977 है जो
विश्व की जनसंख्या 17.5 प्रतिशत है।
 
(ii) हमारे देश का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है जोकि विश्व के क्षेत्रफल का 2.4 प्रतिशत है।
 
(iii) 2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश की जनसंख्या सर्वाधिक 19,98,12,341 है।
यह भारत का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य है। इसमें देश की लगभग 16.5 प्रतिशत
जनसंख्या निवास करती है।
 
(iv) हिमालयी राज्य सिक्किम की जनसंख्या केवल 6,10,577 है तथा लक्षद्वीप में केवल
64,473 लोग निवास करते हैं।
 
(v) भारत की जनसंख्या का लगभग आधा भाग 5 राज्यों―उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार,
पश्चिम बंगाल तथा आन्ध्र प्रदेश में निवास करता है। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़े राज्य
राजस्थान में भारत की कुल जनसंख्या का केवल 5 प्रतिशत ही निवास करता है।
 
प्रश्न 8. भारत में लोगों के स्वास्थ्य स्तर में क्या सुधार हुए हैं?
उत्तर― स्वास्थ्य जनसंख्या की संरचना का एक महत्त्वपूर्ण घटक है जो कि विकास की प्रक्रिया को
प्रभावित करता है। इसलिए लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है। सरकारी कार्यक्रमों के निरंतर
प्रयास के द्वारा भारत की जनसंख्या के स्वास्थ्य स्तर में महत्त्वपूर्ण सुधार हुआ है। परिणामस्वरूप मृत्यु
दर में अत्यधिक कमी आई है। महत्त्वपूर्ण सुधार बहुत-से कारकों; जैसे-जनस्वास्थ्य, संक्रामक
बीमारियों से बचाव एवं रोगों के इलाज में आधुनिक तकनीकों के प्रयोग के परिणामस्वरूप हुआ है।
 
प्रश्न 9. महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों के बावजूद भारत के लिए स्वास्थ्य का स्तर एक चिंता का
विषय है। क्यों?
उत्तर― यद्यपि भारत में लोगों के स्वास्थ्य स्तर में महत्त्वपूर्ण सुधार हुआ है तथापि, इस संबंध में
और अधिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। असंतोषजनक स्वास्थ्य परिस्थितियों के निम्न कारण है―
(i) प्रति व्यक्ति कैलोरी की खपत अनुशंसित स्तर से काफी कम है तथा हमारी जनसंख्या का
एक बड़ा भाग कुपोषण से प्रभावित है।
 
(ii) शुद्ध पीने का पानी तथा मूल स्वास्थ्य रक्षा सुविधाएँ ग्रामीण जनसंख्या के केवल एक-तिहाई
लोगों को उपलब्ध हैं।
 
                                       दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
 
प्रश्न 1. व्यावसायिक संरचना किसे कहते हैं? विभिन्न व्यवसायों को वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर― विभिन्न व्यवसायों के आधार पर जनसंख्या के वितरण को व्यावसायिक ढाँचा कहा जाता
है। भारत में व्यवसायों में अत्यधिक विविधता मौजूद है। व्यवसायों को प्रायः प्राथमिक, द्वितीयक तथा
तृतीयक श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है―
(i) प्राथमिक क्रियाकलापों में कृषि, पशुपालन, वृक्षारोपण एवं मछली-पालन तथा खनन आदि
क्रियाएँ शामिल हैं।
(ii) द्वितीयक क्रियाकलापों में उत्पादन करने वाले उद्योग, भवन एवं निर्माण कार्य आते हैं।
(iii) तृतीयक क्रियाकलापों में परिवहन, संचार, वाणिज्य, प्रशासन तथा सेवाएँ शामिल हैं।
भारत में कुल जनसंख्या का 64 प्रतिशत भाग केवल कृषि कार्य करता है। द्वितीयक एवं तृतीयक क्षेत्रों
में कार्यरत लोगों की संख्या का अनुपात क्रमश: 13 तथा 20 प्रतिशत है। वर्तमान समय में बढ़ते हुए
औद्योगीकरण एवं शहरीकरण में वृद्धि होने के कारण द्वितीयक एवं तृतीयक क्षेत्रों में व्यावसायिक
है।
 
प्रश्न 2. भारत में जनसंख्या घनत्व के वितरण पर प्रकाश डालिए।
उत्तर― भारत में जनसंख्या का वितरण असमान है। भारत विश्व के घनी आबादी वाले देशों में से
एक है। 2011 में भारत का जनसंख्या घनत्व 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी था। जहाँ बिहार का
जनसंख्या घनत्व 1106 व्यक्ति प्रति किमी है, वहीं अरुणाचल प्रदेश में यह 17 व्यक्ति प्रति किमी है।
पर्वतीय क्षेत्र तथा प्रतिकूल जलवायवीय अवस्थाएँ इन क्षेत्रों की विरल जनसंख्या के लिए उत्तरदायी हैं।
असम एवं अधिकतर प्रायद्वीपीय राज्यों का जनसंख्या घनत्व मध्यम है। पहाड़ी, कटे-छंटे एवं पथरीले
भूभाग, मध्यम से कम वर्षा, छिछली एवं कम उपजाऊ मिट्टी इन राज्यों के जनसंख्या घनत्व को
प्रभावित करती है।
उत्तरी मैदानी भाग एवं दक्षिण में केरल का जनसंख्या घनत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यहाँ समतल
मैदान एवं उपजाऊ मिट्टी पायी जाती है तथा पर्याप्त मात्रा में वर्षा होती है।
परिवर्तन हुआ
 
मानचित्र कौशल
भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित दिखाएँ और अंकित करें―
1. सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य
2. विरलतम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य
3. सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य
4. सबसे कम लिंगानुपात वाला राज्य
5. भारत का सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य
6. भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य
उत्तर―
 
                                            ■

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