UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 13 रानी दुर्गावती (महान व्यक्तित्व)

By | May 26, 2022

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 13 रानी दुर्गावती (महान व्यक्तित्व)

UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 13 रानी दुर्गावती (महान व्यक्तित्व)

पाठ का सारांश

दुर्गावती गोंडवाना के राजा दलपतिशाह की रानी थी। इनका जन्म 1530 ई० के लगभग महोबा में हुआ। दुर्गावती सुन्दर, सुशील, विनम्र, योग्य व साहसी महिला थीं। पढ़ाई के साथ-साथ इसने घुड़सवारी, तलवार चलाना, पिता के साथ शिकार खेलना आदि सीख लिये। विवाह योग्य होने पर दलपति शाह ने इनके पिता को युद्ध में हराकर इनसे विवाह कर लिया। दुर्गावती के पिता की मृत्यु हो जाने पर अकबर ने महोबा और कालिंजर पर अधिकार कर लिया।
विवाह के एक वर्ष पश्चात् दुर्गावती को एक पुत्र हुआ, जिसका नाम वीरनारायण रखा गया। उसके जन्म के तीन वर्ष बाद दलपतिशाह की मृत्यु हो गई। वीरनारायण के गद्दी पर बैठने पर दुर्गावती उसकी संरक्षिका बनीं। इन्होंने योग्यता से शासन चलाकर गोंडवाना की उन्नति की। गोंडवाना शक्ति सम्पन्न राज्य बन गया। इससे दुर्गावती की ख्याति फैल गई।
दुर्गावती की योग्यता और वीरता की प्रशंसा अकबर ने सुनी। उसने आसफ खाँ नामक सरदार को | गोंडवाना पर चढ़ाई करने की सलाह दी। दुर्गावती ने दो बार आसफ खाँ को सैनिक वेश में युद्ध करके परास्त किया। दो बार हारकर आसफ खाँ ग्लानि से भर गया।  उसने तीसरी बार हमला किया। रानी ने अपने पुत्र के नेतृत्व में सेना भेजकर स्वयं एक टुकड़ी को सँभाला। इसका पुत्र वीरनारायण घोड़े से गिरकर घायल हो गया। रानी ने मरते पुत्र के दर्शन न करके दोगुने उत्साह से लंड़ना शुरू कर दिया। रानी ने अपने वीर पुत्र से स्वर्गलोक में मिलने की बात कही। आँख और गर्दन में तीर लगने से उन्होंने अपनी मृत्यु निकट जानकर अपनी छाती में तलवार भोंक ली और अपने प्राण की बलि दे दी। रानी दुर्गावती ने सोलह वर्षों तक गोंडवाना की संरक्षिका बनकर शासन किया। भारतीय इतिहास में रानी दुर्गावती और चाँदबीबी इन दो महिलाओं ने मुगल सेना के दाँत खट्टे किए। रानी दुर्गावती वीर और साहसी होने के साथ-साथ त्याग और ममता की मूर्ति थीं। इनका जीवन सरल, सीधा-सादा था। राजकाज देखने के बाद यह अपना समय पूजा-पाठ और धर्म-कर्म में लगाती थीं। इनकी वीरता और बलिदान की यह घटना अमर रहेगी।

अभ्यास-प्रश्न

प्रश्न 1:
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(क) दुर्गावती को बचपन में कैसी कहानियाँ सुनने का शौक था?
उत्तर:
रानी दुर्गावती को बचपन में वीरतापूर्ण एवं साहसभरी कहानियाँ सुनने व पढ़ने में अच्छा लगता था।

(ख) दुर्गावती के पुत्र का क्या नाम था?
उत्तर:
दुर्गावती के पुत्र का नाम वीरनारायण था।

(ग) आसफ खाँ ने गढ़मण्डल पर आक्रमण क्यों किया?
उत्तर:
आसफ खाँ ने गढ़मण्डल पर आक्रमण इसलिए किया; ताकि गोंडवाना को जीतकर अकबर के राज्य में मिला दिया जाए।

(घ) पुत्र के अन्तिम दर्शन के लिए रानी ने  क्या उत्तर दिया?
उत्तर:
पुत्र के अन्तिम दर्शन के लिए रानी ने उत्तर दिया, “यह मिलने का समय नहीं है। मैं पुत्र से देवलोक में ही मिलूंगी।”

प्रश्न 2:
सही विकल्प चुनिए (सही विकल्प चुनकर)

(क) रानी दुर्गावती दलपतिशाह से विवाह करना चाहती थी, क्योंकि

  1.  वे बड़े देश के राजा थे।
  2. वे बड़े वीर थे।
  3.  वे बड़े सुंदर थे।

(ख) युद्ध भूमि में रानी ने तलवार अपनी छाती में भोंक ली क्योंकि

  1.  उनके पुत्र की मृत्यु हो गई थी।
  2.  वह जीते जी शत्रु के हाथ में पड़ना  नहीं चाहती थीं।
  3.  वह युद्ध नहीं करना चाहती थीं।

योग्यता विस्तार: नोट- विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की सहायता से स्वयं करें।

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